-समाचार पत्र और सोशल मीडिया पर नौकरी के लिए देते थे एड

- साइबर सेल और जगदीशपुरा पुलिस ने ठगी गैंग के सरगना समेत दो किए गिरफ्तार

आगरा। ताजनगरी में सक्रिय ठगी के दो बड़े अपराधियों को पुलिस ने सोमवार को दबोच लिया। पकड़े गए ठग अब तक नौकरी के नाम पर ढाई साल में 500 लोगों से 50 लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों में गैंग का सरगना भी शामिल है। गैंग ने लॉकडाउन में राजस्थान के धौलपुर में काम बंद कर दिया। वह पिछले कुछ महीनों से शहर में एक्टिव थे, बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में चल रहे थे। इस मामले में एसएसपी बबलू कुमार से शिकायत की गई थी, इसके बाद गैंग का पर्दाफास किया गया।

सोशल साइट्स पर देते थे नौकरी का विज्ञापन

थाना जगदीशपुरा के प्रभारी निरीक्षक बैजनाथ सिंह ने बताया कि मुरादाबाद के लोगों ने ठगी को लेकर शिकायत की थी। इसके बाद टीम को लगाया गया। सोमवार को आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर छह से गैंग के सरगना नरेश सिंह राजपूत और उसके साथी अमरेंद्र कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ओएलएक्स पर आईडी बनाकर विज्ञापन देते थे। इसमें मोबाइल नंबर लिख देते थे। आरोपियों को जो लोग कॉल करते थे, उनको पीएसयू में नौकरी की बात कहते थे।

रजिस्ट्रेशन के नाम पर ट्रांसफर कराते थे रकम

रजिस्ट्रेशन और प्रशिक्षण शुल्क के नाम पर 15 से 35 हजार रुपये खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कराते थे। एटीएम के माध्यम से रकम निकाल लेते थे। आरोपियों ने फर्जी कागाजात लगाकर बैंक खाते खाते खुलवाए और सिम कार्ड खरीदे थे। यह गिरोह दो साल से धौलपुर में सक्रिय था। अब जून में आगरा में आ गया। जगदीशपुरा में कॉल सेंटर खोलने की तैयारी थी। साइबर सेल प्रभारी का कहना है कि गैंग ने ढाई साल में 500 बेरोजगारों से 50 लाख की ठगी की है। उनके खाते पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, केनरा, सिंडीकेट, बैंक आफ बड़ौदा में हैं। उनकी जानकारी निकलवाई जा रही है।

10 राज्य के युवाओं को बनाया शिकार

गैंग के सरगना नरेश ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि विभिन्न कंपनी के एचआर मैनेजर के नाम से फर्जी आईडी बनाकर एड ओएलएक्स पर डालता है। इसमें शैक्षिक योग्यता तक लिखता है। उत्तर प्रदेश के आगरा, मुरादाबाद, मैनपुरी, बिजनौर, बिहार, दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, कन्याकुमारी, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के युवाओं से ठगी की। युवकों के शैक्षिण प्रमाण पत्र ईमेल, व्हाट्स एप पर मंगवाते थे। रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 15 हजार रुपये लेते थे। नियुक्ति पत्र तक व्हाट्स एप पर भेजते थे। इसके बाद प्रशिक्षण के नाम पर भी रकम जमा कराई जाती थी।

पुलिस ने गिरफ्तार किए अभियुक्त

-नरेश सिंह राजपूत निवासी गांव मांगरोल, मनिया, धौलपुर। हाल पता सेक्टर छह आवास विकास कालोनी, थाना जगदीश्पुरा।

-अमरेंद्र कुमार मिश्रा निवासी बरगदमा खुर्द, थाना बखिरा, संत कबीर नगर। हाल पता सेक्टर छह आवास विकास कालोनी।

अभियुक्तों से की गई बरामदगी

4500 रुपये, एक लैपटॉप, तीन मोबाइल, चार सिम, सात एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, चार पासबुक, तीन चेक बुक, दो रजिस्टर के साथ अन्य डाक्यूमेंट बरामद किए गए हैं।