आगरा। प्रोफेसर के बाद उनके भाई पर दिनदहाड़े हमले से परिवार दहशत में है। वहीं, पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। जबकि पुलिस पूर्व में प्रोफेसर पर हमले के आरोपी को जेल भेज चुकी है। बावजूद इसके हमलावरों ने इस तरह दुस्साहस दिखाया। जबकि, मौजूदा समय में पुलिस जगह-जगह चेकिंग करने का दावा करती है। फिर भी हमलावर दिनदहाड़े घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।

हर चौराहे पर पुलिस की चेकिंग

कोरोना काल में पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। मौजूदा समय में हर चौराहे पर पुलिस बैरीकेटिंग लगाई गई है। उसके साथ ही पुलिस पिकेट भी मुस्तैद रहती है। चीता पुलिस और पीआरवी का इस्तेमाल क्राइम कंट्रेाल करने में किया जा रहा है। इन सबके बाद भी बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह दिनदहाड़े किसी की जान लेने का प्रयास कर फायरिेंग कर देते हैं।

पुलिस कार्रवाई से बेखौफ बदमाश

बदमाशों में पुलिस का खौफ बिल्कुल नहीं है। यह स्थिति तब है, जब पुलिस प्रोफेसर आरके भारती पर हमला करने वाले दो लोगों को पहले ही जेल भेज चुकी है। इसके बाद भी गुरुवार को बाइक सवार दो हमलावर युवक पुलिस सुरक्षा को भेदते हुए फरार हो गए।

घटना के बाद साक्ष्य तलाशती पुलिस

मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार हमलावरों की उम्र 25 से 30 के बीच बताई जा रही है। घटना के बाद हमलावरों के सुराग के लिए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। हरीशंकर ने पूछताछ में पुलिस को हमले से जुड़े कुछ साक्ष्य दिए हैं। पुलिस उसके आधार पर दबिश दे रही है। थाना प्रभारी उदयवीर मलिक ने बताया कि अभी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि मामला रुपये के लेन-देन को लेकर है या कुछ और है। पुलिस उन रास्तों पर सीसीटीवी खंगाल कर फायरिंग करने वाले बदमाशों की तलाश कर रही है, जिस रोड से होकर वह भागे थे।

अब दहशत में परिवार के सदस्य

एक के बाद एक हमले से प्रोफेसर का परिवार दहशत में है। उनको लग रहा था कि बदमाशों को जेल भेजने के बाद अब कुछ ऐसा नहीं होगा, जिससे उनको कोई समस्या हो। लेकिन, दिनदहाड़े हमले ने एक बार फिर से उन्हें दहशत में डाल दिया है।

प्रोफेसर के भाई पर हमले की हर बिन्दु से जांच की जा रही है। घायल प्रोफेसर के भाई से पूछताछ की गई है। इससे पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। घायल की हालत में सुधार है।

बौत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी