आगरा: डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवíसटी अब ऐसे कॉलेजों की मान्यता समाप्त करने जा रही है, जो रिमांडर भेजने के बाद भी बकाया कॉलेज फीस जमा नहीं कर रहे हैं। ऐसे एक दर्जन से अधिक कॉलेजों की लिस्ट तैयार की गई है। जिनकी रिपोर्ट शासन से मांगी गई है। इसके बाद उनकी संपत्ति जतीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में शासन से निर्देश दिए जा चुके हैं।

कारोड़ों रुपए की धनराशि बकाया

यूनिवíसटी से अटैच महाविद्यालयों द्वारा बकाया फीस जमा नहीं करने पर कॉलेज के प्रबंधकों को रिमांइडर भेजा गया था, जिसमें जनवरी में मान्यता समाप्त करने की बात कही गई थी, इसके बाद अधिकतर कॉलेज संचालकों ने बकाया फीस की बड़ी धनराशि को जमा करा दिया जो करोड़ों में थी। हाल ही में एक बार फिर से शासन से जारी निर्देशों के बाद एग्जाम कंट्रोलर द्वारा कॉलेजों को पत्र भेजकर फीस जमा कराने के लिए कहा है।

एक दर्जन कॉलेजों की तैयार हो रही रिपोर्ट

यूनिवसिर्टी से अटैच ऐसे करीब बारह कॉलेज संचालक हैं, जिन पर करोड़ों रुपए यूनिवíसटी के बकाया है। जबकि एक दर्जन से अधिक कॉलेज ऐसे हैं जिन पर एक हजार से दो हजार तक की धनराशि बकाया है। ऐसे कॉलेजों को कार्रवाई की लिस्ट से बाहर रखा गया है। सूत्रों का कहना है कि पिछले चार वर्ष से फीस जमा कराने के लिए यूनिवíसटी अधिकारियों द्वारा हर संभव प्रयास किए गए हैं ,लेकिन पहली बार सती नजर आने पर कॉलेजों बकाया फीस का इंतजाम करना शुरू कर दिया है, वहीं कोई लॉकडाउन का हवाला देकर इंस्टॉलमेंट में फीस जमा करने की बात कर रहा है।

यूनिवíसटी द्वारा ऐसे कॉलेजों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिन पर मोटी फीस बकाया है, इसकी रिपोर्ट इस बार शासन को भेजी जाएगी, जहां से मान्यता समाप्त के बाद संपत्ति जतीकरण की कार्रवाई की जा सकती है। फिलहाल सभी कॉलेजों को इसके बारे में जानकारी दी गई है।

राजीव कुमार, एग्जाम कंट्रोलर