-सीबीएसई, सीआईएससीई की तर्ज तैयार किया यूपी बोर्ड ने फार्मूला

आगरा। माध्यमिक शिक्षा परिषद का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम शनिवार को जारी हो गया है। परिणाम घोषित होने के बाद छात्र-छात्राओं में में जोश और उत्साह नजर आया। वहीं छात्र-छात्राएं भी बोर्ड द्वारा जारी परिणाम से संतुष्ट नजर आए।

एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने कराया रजिस्ट्रेशन

कुछ छात्र-छात्राओं ने कम नंबर आने की बात भी कही है। उनका कहना है कि हाईस्कूल में उनके अंक अधिक थे, लेकिन इंटर में उम्मीद से कम नंबर मिले हैं। परीक्षा होती तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। यूपी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए इस बार करीब एक लाख 21 हजार छात्र-छात्राएं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उनमें से करीब 65 हजार छात्र-छात्राएं हाईस्कूल में थे, जबकि 56 हजार ने इंटरमीडिएट में अपना रजिस्ट्रेशन कराया था।

इस तरह तैयार किया गया परीक्षा परिणाम

बोर्ड परीक्षा कोविड-19 के चलते रद कर दी गई। इससे सीबीएसई और सीआईएससीई की तर्ज पर यूपी बोर्ड ने अपना फार्मूला तैयार कर छात्र-छात्राओं का बोर्ड परीक्षा परिणाम तैयार किया है। इसमें हाईस्कूल में नौवीं की वाíषक परीक्षा जबकि हाईस्कूल प्री बोर्ड परीक्षा के 50-50 फीसद अंक लेकर मूल्यांकन किया गया। वहीं इंटरमीडिएट के लिए बोर्ड ने 50-40-10 का फार्मूला तैयार किया है। इसमें 50 फीसद हाईस्कूल के बोर्ड परिणाम से, 40 फीसद 11वीं के वाíषक परीक्षा परिणाम से, जबकि 10 फीसद अंक इंटरमीडिएट प्री-बोर्ड परीक्षा में आने वाले अंकों से लिए गए।

वेबसाइट 4 बजे हुआ रिजल्ट शो

यूपी बोर्ड का रिजल्ट शनिवार चार बजे वेबसाइट पर शो हुआ। ऐसे स्टूडेंटस जो रिजल्ट को लेकर तनाव में थे, परिणाम देख उनके चेहरे खिल उठे। ऐसे छात्र जो कई बार से परीक्षा में फेल हो रहे थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते उनको भी नियमानुसार पास किया गया है।

वर्जन

बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया जा चुका है, पिछले दिनों से स्टूडेंटस परिणाम का इंतजार कर रहे थे। वेबसाइट पर रिजल्ट देख कर सभी के चेहरे खिल उठे हैं। अब वह नेक्स्ट क्लास की तैयारी कर सकेंगे।

प्रेम सेंगर, प्रिंसिपल आरसीएस इंटर कॉलेज

वर्जन

सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिजल्ट के फार्मूले का आंकलन एक वर्ष का नहीं बल्कि विगत वर्षो के परीक्षाफल को ध्यान में रख तैयार किया गया है। मुझे लगता है कि कोविड-19 के दौर में यह एक उचित व्यवस्था की गई है।

डॉ। योगेन्द सिंह, प्रवक्ता, चाहरवाटी इंटर कॉलेज