आगरा(ब्यूरो) वैश्य समाज का जो साथ देगा, वो लखनऊ में राज करेगा। उप्र की 403 में से 106 विधानसभा सीटें वैश्य बाहुल्य हैं। इसके बावजूद मात्र 20 वैश्य विधायक हैं। अब हाथ पर हाथ रखकर बैठने का समय नहीं है। आवाज बुलंद करनी होगी। वैश्य समाज भाजपा की सरकार तो चाहता है, लेकिन अब वनवे नहीं चलेगा। वैश्य समाज के बिना लखनऊ में सरकार नहीं बनेगी।

एमडी जैन इंटर कॉलेज में हुआ आयोजन
अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के रविवार को एमडी जैन इंटर कॉलेज में आयोजित विशाल वैश्य महाकुंभ में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। सुमंत गुप्ता ने यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की प्रगति की चाबी वैश्यों के पास है। सबसे अधिक कर देने वाले और सामाजिक व धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाले वैश्य समाज के हिस्से में सिर्फ वोट देना आया है। महाकुंभ में उन्होंने कहा कि हमें अधिकारों से वंचित रखा गया, इसलिए रथयात्रा निकालनी पड़ी। प्रदेश की 106 विधानसभा सीटों पर हम सभी दलों से दावेदारी जताते हैं। आगरा में उत्तर, दक्षिण, खेरागढ़ व फतेहपुर सीकरी सीट पर समाज की दावेदारी है, जो दल समाज को चुनेगा, समाज उसे चुनेगा। कार्यक्रम में हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हुए सीडीएस बिपिन रावत, ङ्क्षवग कमांडर पृथ्वी ङ्क्षसह चौहान समेत 11 सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। संचालन परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने किया।


22 फीसद वाले पिछड़ रहे
डा। सुमंत गुप्ता ने कहा कि तीन फीसद आबादी वाले नेता पहले भाजपा से मोहब्बत कर सत्ता का भोग करते हैं। मोहब्बत टूटने पर दूसरी जगह पहुंच जाते हैं। उनकी बिरादरी उनसे यह नहीं पूछती कि टोपी का रंग पीले से लाल कैसे हो गया। उन्हें पार्टी से नहीं, अपने नेता से मतलब है। तीन फीसद वाले सत्ता सुख भोग रहे हैं और 22 फीसद वाले पिछड़ रहे हैं।

तो भाजपा को मिलेगा सब वोट
डॉ। सुमंत गुप्ता ने भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत अग्रवाल और मेयर नवीन जैन से कहा कि सिर्फ अधिकारियों की रिश्वत बंद करा दें तो सारा वोट भाजपा को दिलाने का वादा करता हूं। कोरोना काल में व्यापार ठप होने पर भी वैश्य समाज सेवा में सबसे आगे रहा, लेकिन सबसे अधिक उत्पीडऩ भी वैश्य समाज का ही हुआ। बेवजह वैश्यों का उत्पीडऩ हो सकता है, तो अधिकारियों की जांच क्यों नहीं?

टिकैत के आसुओं से हारी सरकार
सुमंत गुप्ता ने कहा कि किसान आंदोलन में 26 जनवरी को काला अध्याय लिखा गया। लाल किले की गरिमा गिराई गई। राकेश टिकैत के आंसुओं ने भारत सरकार को हरा दिया। केंद्र सरकार ने कठोर कदम उठाए होते तो कृषि कानून वापस नहीं लेने पड़ते।

60 वर्ष तक एक परिवार ने लूटा
भाजपा व्यापारिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनीत अग्रवाल ने कहा कि वैश्य समाज अंगड़ाई जरूर ले, लेकिन इस बात को न भूले कि उसे मोदी, योगी या जिन्ना में से किसके अनुयायी चाहिए। यह सिर्फ 2022 नहीं, 2024 की भी लड़ाई है। 350 वर्ष मुगलों, 250 वर्ष अंग्रेजों और 60 वर्ष एक परिवार ने देश को लूटा है, समाज इस बात को नहीं भूले। मेयर नवीन जैन ने कहा कि वैश्यों की सुरक्षा व अधिकार के लिए डॉ। सुमंत गुप्ता ने फौज बनाई है। वैश्य समाज के पास सुमंत गुप्ता हैं, इसलिए हमें कोई नहीं झुका सकता है। रवि प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि जब तक वैश्य चुनाव के समीकरण नहीं बिगाड़ेंगे, तब तक विधानसभा में संख्या नहीं बढ़ेगी। लघु उद्योग निगम के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, परिषद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव विनय अग्रवाल, कार्यक्रम संयोजक मुरारीप्रसाद अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किए।
रथयात्रा का हुआ स्वागत
मैनपुरी से पांच दिसंबर को शुरू हुई 40 दिवसीय वैश्य राजनीतिक अधिकार रथयात्रा रविवार को डा। सुमंत गुप्ता के नेतृत्व में आगरा पहुंची। अवध बैंकट हाल से रथयात्रा के एमडी जैन इंटर कालेज पहुंचने पर स्वागत किया गया। महाकुंभ के बाद रथयात्रा घटिया चौराहा, फुलट्टी, अग्रसेन चौक, किनारी बाजार, जौहरी बाजार, रावतपाड़ा, दरेसी, छत्ता बाजार, कचहरी घाट, बेलनगंज, भैरों बाजार, जीवनी मंडी, वाटर वक्र्स, रामबाग होते हुए एटा रवाना हुई। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर रथयात्रा का स्वागत किया गया।

यह रहे मौजूद
एमएलसी आकाश अग्रवाल, कामता प्रसाद अग्रवाल, नितेश अग्रवाल, नितिन गुप्ता, रामकिशन अग्रवाल, संजीव वाष्र्णेय, संजय अग्रवाल, अमित बंसल, उमेश अग्रवाल, छीतरमल अग्रवाल, डॉ। अशोक अग्रवाल, मयंक अग्रवाल, शैलू, ममता अग्रवाल, प्रवीन अग्रवाल, आशा अग्रवाल, अश्विनी गुप्ता, हरिओम, अवधेश अग्रवाल, सुनील विकल, अतुल अग्रवाल, पवन अग्रवाल, वीरेंद्र गुप्ता आदि मौजूद रहे।