- गांधी शांति यात्रा में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री का फतेहपुर सीकरी में सपा नेताओं ने किया जोशीला स्वागत

- बोले, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने किया कुचक्र

- आगरा में रुकी है यात्रा, रविवार की शाम लखनऊ को हो जाएगी रवाना

फतेहपुर सीकरी। केंद्र सरकार धर्म के नाम पर देश का विभाजन करने के लिए ही नागरिकता संशोधन कानून लाई है। यह लोगों को बांटे जाने की साजिश है। आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और किसानों की दुर्गति से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया गया है। हम धर्म के नाम पर देश को नहीं बंटने देंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आत्मा हमारे जेहन में जिंदा है। गांधी जी की दोबारा हत्या नहीं होने दी जाएगी। यह कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का।

नौ जनवरी को मुंबई के गेट वे ऑफ इंडिया से शुरू हुई गांधी शांति यात्रा में शामिल सिन्हा शनिवार को फतेहपुर सीकरी पहुंचे थे। यहां मोड़ बाइपास पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका जोशीला स्वागत किया। भाजपा की अटल सरकार में विदेश मंत्री रहे 83 वर्षीय यशवंत सिन्हा ने यहां केंद्र और प्रदेश की सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि सीएए लाकर केंद्र सरकार ने देश के लोगों को बांटने का कुचक्र रचा है। इससे वैमनस्यता पनपेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज अराजकता का माहौल है। सरकार में बैठे लोग आमजन की नहीं सुन रहे। सरकार के खिलाफ धर्म के नाम पर लोगों को एकजुट करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है, जो रविवार शाम लखनऊ के लिए रवाना होगी। सूत्रों का कहना है कि सैफई में गांधी शांति यात्रा की अगवानी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कर सकते हैं। वहीं पूर्व विदेश मंत्री के साथ महाराष्ट्र के करीब 100 लोगों का दल भी आया है।

इन्होंने किया स्वागत

सपा के जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव, सुरेंद्र चौधरी, पूर्व चेयरमैन मुहम्मद इस्लाम, दिनेश सोगरवाल, प्रदीप मुखिया, राशिद कुरैशी, अयान अंसारी, रमजान उस्मानी, गब्बर कुरैशी, जीमल कुरैशी, देवेंद्र शर्मा, रंजीत चौधरी, संजीव चौधरी आदि ने पूर्व केंद्रीय मंत्री का जोशीला स्वागत किया।