- जिला महासचिव शाहिद अहमद ने भी दिया इस्तीफा

आगरा। बिजली बिल माफी के प्रदर्शन से सुíखयों में आईं कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित का टोरंट से तीन लाख रुपये महीनेदारी मंगाने का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद शहर में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई। जिलाध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया, जिसे पार्टी ने तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया। इसके साथ ही जिला महासचिव शाहिद अहमद का भी इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।

हाल ही में किया था बड़ा प्रदर्शन

आगरा में बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने एमजी रोड स्थित टोरंट कार्यालय में बड़ा आंदोलन किया था। उन्हें अरेस्ट करने के बाद अस्थायी जेल में रखा गया। इसके बाद से जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित सुíखयों में आईं थीं।

समझौता कराने की कह रहा मीडिएटर

वायरल वीडियो में मीडिएटर टोरंट और कांग्रेस जिलाध्यक्ष के बीच समझौता कराने की बात कह रहा है। वीडियो में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित बैठी दिखाई दे रही हैं। एक मीडिएटर कह रहा है कि 'आपको भी नेतागिरी करनी है और टोरंट को भी कपनी कंपनी टोरंट चलानी है। जनता कभी साथ में नहीं आएगी। मैं भी यहीं का हूं। जनता साथ में आ जाती तो टोरंट नहीं आती। आपको पॉलिटिक्स करनी है'। वीडियो के अंत में मीडिएटर कह रहा है कि 'आपका कहना है कि 5 लाख आपको दिलवा दें, हां बिल्कुल और तीन लाख मंथली, हां बिल्कुल। मैं आपकी बात रखूंगा, मैं शाहिद भाई को दो से तीन दिन में बता दूंगा'।

जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित और शाहिद का इस्तीफा

वीडियो वायरल होने के बाद जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही जिला महासचिव शाहिद अहमद ने भी इस्तीफा दे दिया। जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मामला गर्मा गया है।

दोनों पदाधिकारियों का इस्तीफा मंजूर किया गया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से इस पूरे प्रकरण में जांच कमेटी गठित की जा रही है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी दोषी लोगों पर कार्यवाही की जाएगी।

अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी

जो भी वीडियो वायरल हुआ है, इस पूरे प्रकरण से हमारा कोई लेना देना नहीं है।

भूपेंद्र सिंह, टोरंट, पीआरओ

वीडियो के लिए एक लाख रुपये देने का आरोप

वहीं, जिलाध्यक्ष के वायरल वीडियो के बाद एक और वीडियो सुर्खियों में आया। खुद को शाहिद अहमद बताने वाले शख्स ने कुछ लोगों पर वीडियो बनवाने का आरोप लगाया। खुद की गलती स्वीकार करते हुए कहा कि वीडियो बनवाने के लिए 20 हजार रुपये दिए गए और 80 हजार रुपये बाद में देने की बात कही गई।