-मास्क पहनना, साफ-सफाई रखना और मच्छरों से बचाव जैसे उपायों से भागेंगे डेंगू-मलेरिया और वायरल

-शहर में वायरल का प्रकोप, सरकारी और प्राइवेट ओपीडी में भीड़

आगरा। कोरोनावायरस के बाद अब लोगों को डेंगू-मलेरिया और वायरल परेशान कर रहा है। शहर की सरकारी और प्राइवेट ओपीडी में मरीजों की भीड़ है। घर-घर में लोग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में शहरवासियों की चिंता बढ़ती जा रही है। लेकिन एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि यदि कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करें और संयम से काम लें तो इस स्थिति से भी आसानी से निपटा जा सकता है।

ओपीडी में बढ़ी मरीजों की संख्या

वायरल बुखार के कारण जनपद में सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल की ओपीडी में मरीज बढ़ गए हैं। एसएन व जिला अस्पताल की ओपीडी में भी बुखार, खांसी व वायरल संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही हैं। गुरुवार को एसएन की ओपीडी में 1189 मरीज आए। इनमें से ज्यादातर मरीजों में बुखार-खांसी की समस्या थी। मेडिसिन विभाग की ओपीडी में 264 मरीज आए तो वहीं बच्चों की पीडियाट्रिक ओपीडी में भी 63 बच्चे पहुंचे। प्राइवेट हॉस्पिटल और क्लीनिक्स में भी बुखार-वायरल और मलेरिया के मरीज बढ़ रहे हैं। निजी प्रैक्टिस करने वाले बालरोग विशेषज्ञ डॉ। एलके गर्ग बताते हैं कि डेंगू-मलेरिया और वायरल के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि बच्चों में तेजी से प्लेटलेट काउंट कम हो रहे हैं।

पैनिक होने की जरूरत नहीं

बाल रोग विशेषज्ञ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष डॉ। ओपी यादव ने बताया कि वायरल और बुखार के मरीजों में इजाफा हुआ है, लेकिन इस वक्त पैनिक करने की जरूरत नहीं है। वायरल हर साल आने वाला बुखार है। वातावरण में वायरल का सुशुक्त वायरस नमी के कारण एक्टिव हो जाता है। इस कारण वायरल बुखार आना शुरु हो जाता है। डॉ। यादव ने कहा कि बीते दो साल से कोविड-19 अलर्ट के कारण डेंगू और वायरल के मरीज नहीं आए थे। लेकिन इस बार पब्लिकलापरवाही के कारण वायरस के बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लोग बिना मास्क घरों से बाहर निकल रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की दूरी का पालन नहीं हो रहा है। यही कारण है कि वायरल का प्रकोप बढ़ रहा है।

बुखार आने पर अलर्ट रहें

डॉ। यादव ने बताया कि इस वक्त आस-पास के जनपदों में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप है, इसलिए बुखार आने पर अलर्ट रहने की जरूरत है। घर में किसी को बुखार आए तो इस स्थिति में लापरवाही न करें। अपने खून की प्राइमरी जांच जरूर कराएं। क्योंकि डेंगू में प्लेटलेट तेजी से गिरती हैं, उसको देखते हुए कंप्लीट ब्लड काउंट (सीवीसी) जरूर कराएं। इससे बॉडी में ब्लड काउंट पता चल जाती हैं। यदि किसी का ब्लड काउंट कम है तो इस स्थिति में आगे की जांच कराएं। डॉ। यादव ने बताया कि इस वक्त लक्षणों पर ध्यान दें। यदि बुखार में भूख न लगना या उल्टी जैसा महसूस हो तो अलर्ट हो जाएं। तुरंत स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम पर फोन करें और अपनी डेंगू की जांच कराएं। डॉ। एलके गर्ग ने बताया कि इस वक्त बचाव पानी खूब पिएं और खाने-पीने का ध्यान रखें। मास्क लगाएं और अपने आस-पास साफ-सफाई रखें तो वायरल से बचाव संभव है।

इनका रखें ध्यान

-बुखार आने पर खून जांच(सीवीसी) अवश्य कराएं

-भू्ख न लगना, पेट में दर्द उल्टी होने पर डॉक्टर को दिखाएं

-बुखार आने पर लक्षणों पर ध्यान दें

-पानी खूब पीते रहें

वर्जन

ये वायरल बुखार है। इससे घबराने की नहीं, बल्कि सचेत रहने की जरूरत है। क्योंकि आसपास के जनपद में डेंगू का प्रकोप है। इसलिए बुखार आने पर अलर्ट रहने की जरूरत है। बुखार आने पर खून की जांच अवश्य कराएं।

-डॉ। ओपी यादव, निवर्तमान अध्यक्ष आईएमए

इस वक्त वायरल और बुखार के मरीज खूब आ रहे हैं। बच्चों में प्लेटलेट कम होने की शिकायत सामने आ रही है। इससे बचने के लिए बच्चों को पानी खूब पिलाएं। बुखार आने पर लक्षणों पर ध्यान दें।

-डॉ। एलके गर्ग, बाल रोग विशेषज्ञ