अगरा (ब्यूरो)। सिकंदरा वाटर वक्र्स पर गंगाजल और एमबीबीआर प्लांट है। इनमें से एमबीबीआर प्लांट में मंगलवार दोपहर करीब एक बजे के बाद फॉल्ट हो गया। मौजूदा समय में इस प्लांट से 70-72 एमएलडी पानी सप्लाई किया जा रहा है। प्लांट बंद होने से सप्लाई प्रभावित हुई। शहर के कई एरियाज में पानी का प्रेशर कमजोर रहा। इससे लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ा।

जल निगम देखता है संचालन
प्लांट का संचालन जल निगम की देखरेख में होता है। प्लांट को दुरुस्त कराने के लिए जल निगम अफसरों ने इंजीनियर्स की टीम को बुलाया। बुधवार सुबह फरीदाबाद से टीम प्लांट पर पहुंची। विभागीय अधिकारियों की मानें तो बुधवार देररात तक प्लांट को ठीक कर लिया जाएगा।

दोनों प्लांट के चलने पर होती है प्रॉपर सप्लाई
सिकंदरा वाटरवक्र्स से आधे शहर में पानी की सप्लाई होती है। अधिकारियों के अनुसार जब दोनों प्लांट अपनी पूरी क्षमता से चलते हैं तो पानी प्रेशर से सप्लाई हो पाता है। एमबीबीआर प्लांट खराब होने के चलते सप्लाई के प्रेशर पर असर पड़ा है। इससे कई जगह पानी की दिक्कत खड़ी हुई।

हाल ही में गंगाजल मिलना हुआ था बंद
हाल ही में मध्य गंगा कैनाल से कम गंगाजल मिलने के कारण शहर में जल संकट खड़ा हो गया था। करीब तीन दिनों तक शहर में ये संकट बरकरार रहा। अब पालड़ा झाल से गंगाजल मिलना शुरू हुआ तो प्लांट में फॉल्ट हो गया।

एक साल के भीतर पांच बार आपूर्ति बंद
शहर को पालड़ा झाल बुलंदशहर से गंगाजल मिलता है। गंगाजल में मिट्टी की मात्रा जैसे ही बढ़ती है, गंगाजल की आपूर्ति को कम कर दिया जाता है या फिर इसे बंद कर दिया जाता है। एक साल के भीतर पांच बार गंगाजल की आपूर्ति बंद हो चुकी है।
जीवनी मंडी वाटरवक्र्स
इसकी क्षमता 225 एमएलडी की है। वर्तमान में वोल्टाज कंपनी द्वारा 90 एमएलडी के प्लांट का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके चलते 135 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। इस प्लांट की खासियत यह है कि अगर गंगाजल नहीं मिलता है तो 100 एमएलडी यमुनाजल की आपूर्ति की जा सकती है। इस प्लांट से यमुनापार, कमलानगर, बल्केश्वर, विजय नगर, सुल्तानगंज की पुलिया, गधापाड़ा, बालूगंज, ताजगंज, नौलक्खा, मधुनगर, सेवला और छावनी परिषद के आठ वार्ड में आपूर्ति होती है।

एमबीबीआर प्लांट
सिकंदरा स्थित इस प्लांट की क्षमता 144 एमएलडी है। इससे यमुनाजल की आपूर्ति होती है। वर्तमान में इस प्लांट को आधी क्षमता पर चलाया जा रहा है। यानी इससे हर दिन 70 से 72 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है। इसी प्लांट में फॉल्ट हुआ है। इसके चलते सप्लाई प्रभावित हुई है।

गंगाजल प्लांट
सिकंदरा स्थित इस प्लांट की क्षमता 144 एमएलडी है। पालड़ा फाल से गंगाजल की आपूर्ति होती है। एमबीबीआर और गंगाजल प्लांट से हर दिन आधे शहर को जलापूर्ति होती है।

गंदे पानी की समस्या बरकरार
बुधवार को कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई तो हुई, लेकिन वह इतना गंदा था कि उसे कपड़े धोने में भी इस्तेमाल में लाना मुश्किल था। गढ़ी भदौरिया के रहने वाले ब्रजेश ने बताया कि सुबह पानी गंदा और बदबूदार आया। शाम को सप्लाई नहीं हुई। पिछले कुछ दिनों से वाटर सप्लाई लगातार प्रभावित हो रही है। इससे क्षेत्र में पेयजल संकट गहरा गया है।

सिकंदरा वाटरवक्र्स की स्थिति

एमबीबीआर प्लांट
क्षमता: 144 एमएलडी
सप्लाई::70-72 एमएलडी

गंगाजल प्लांट
क्षमता::144 एमएलडी
सप्लाई::144 एमएलडी

कटरा मदारी खां में गहराया जल संकट
कटरा मदारी खां, मोती कटरा के आसपास के क्षेत्र में पिछले कई दिनों से जल संकट बना हुआ है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जलकल के क्षेत्रीय जेई को कई बार कॉल किया गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। बुधवार को भी क्षेत्र में सिर्फ सुबह ही पानी की सप्लाई हुई। शाम को क्षेत्र में पानी नहीं आया।

"एमबीबीआर प्लांट में फॉल्ट से वाटर सप्लाई के प्रेशर पर असर पड़ा है। जब गंगाजल और एमबीबीआर प्लांट दोनों का संचालन होता है, तो पूरे प्रेशर से पानी की सप्लाई हो पाती है। जहां भी पानी न आने की शिकायत मिली वहां टैंकर से सप्लाई की गई."
एसके श्रीवास्तव, सचिव, जलकल

"मंगलवार दोपहर बाद एमबीबीआर प्लांट में टेक्निकल फॉल्ट हो गया था। इसके चलते प्लांट को बंद करना पड़ा। इंजीनियर्स की टीम प्लांट को ठीक करने में जुटी है। बुधवार रात तक प्लांट के ठीक होने की उम्मीद है।
महेश कुमार गौतम, प्रोजेक्ट मैनेजर, वल्र्ड बैंक इकाई, जल निगम"