आगरा : जिले के नोडल अफसर आलोक कुमार की नाराजगी के बाद भी जल संस्थान के अफसरों की कार्यशैली में सुधार नहीं आया है। अभी तक लीकेज की मरम्मत में तेजी नहीं आई है। लीकेज की मरम्मत जल्द हो, इसकी मॉनीटरिंग के लिए अलग से कोई अफसर तैनात नहीं किया गया है।

शनिवार को शहर के ढाई दर्जन स्थलों पर लीकेज हुए। इससे हजारों लीटर गंगाजल नालियों में बह गया। लोगों ने इसकी शिकायत जल संस्थान के अफसरों से की लेकिन डेढ़ दर्जन स्थलों की लाइन की मरम्मत हो सकी। जीवनीमंडी वाटरव‌र्क्स से 123 और सिकंदरा के दोनों प्लांट से 204 एमएलडी पानी की आपूíत हुई। इसके चलते 29 हजार घरों में जलापूíत नहीं हुई। वहीं 1400 घरों में गंदे पानी की आपूíत हुई।

मटका फोड़ जताया विरोध : शनिवार को सेवला, बुंदू कटरा क्षेत्र में पानी नहीं आया। बंदी के बाद भी लोग रोड पर उतर आए। मटका फोड़कर विरोध जताया। लोगों ने जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ नारेबाजी भी की। क्षेत्रीय निवासी एसएन सिंह ने बताया कि क्षेत्र में आए दिन जलापूíत गड़बड़ हो जाती है। कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी है लेकिन आजतक जल संस्थान की टीम ने जांच नहीं की है।

टैंकर देख, मास्क लगाना गए भूल

जल संस्थान की टीम ने शनिवार को आवास विकास, ट्रांस यमुना, शाहदरा, ताजगंज सहित कई अन्य क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की आपूíत की। टैंकरों को देख लोग कोरोना के संक्रमण को भूल गए। बिना मास्क लगाए ही पानी भरने के लिए टूट पड़े।

इन क्षेत्रों में नहीं आया पानी : कछपुरा, अमिता विहार, नुनिहाई, गरीब नगर, किशोरपुरा, आवास विकास सेक्टर आठ, 13, 16 के कुछ हिस्से में, ओल्ड ईदगाह, बालूगंज और छीपीटोला।