टेंप्रेचर बढ़ने से शुरू हो गया बिजली कटौती का खेल

- बाजार अनलॉक होने से बढ़ी बिजली की खपत

- लॉकडाउन में बिजली की खपत हो गई थी कम

आगरा.ट्रेम्प्रेचर बढ़ने के साथ ही बिजली की कटौती का खेल भी शुरु हो गया है। 40 डिग्री सेल्सियस भीषण गर्मी में लोग बिजली पानी के लिए परेशान है। उन्हें बुनियादी सुविधा से भी वंचित रहना पड़ रहा है। बिजली की आंख मिचौली से गर्मी में लोग परेशान हो रहे हैं। न तो बिजली कटौती की पहले से कोई सूचना दी जाती है। न ही आपूíत सुचारु होने का समय बताया जाता है। परेशान लोगों को हेल्पलाइन से भी हेल्प नहीं मिल पा रही है। बीते दिनों में मौसम की बेरुखी से फाल्ट और केबिल फुंकने की समस्या भी बढ़ गईं है। अब हर दिन 200 फॉल्ट की कंप्लेन प्राप्त हो रही है। ऐसे में क्या टोरंट क्या डीवीवीएनल के लाइनमैन को दौड़ लगानी पड़ रही है। आंशिक लॉकडाउन के दौरान ऐसी स्थिति नहीं थी। अब मार्केट व अन्य कमर्शीयल गतिविधियां संचालित होने से बिजली की खपत बढ़ी है, तो उसके साथ ही ट्रांसफॉमर में टेक्नीकल फॉल्ट और लाइन में फॉल्ट होने का दायरा बढ़ गया है।

रात की गायब हुई बिजली दूसरे सुबह 9 बजे हुई रीस्टोर

बीती रात बारिश के बाद गायब हुई बिजली रविवार को सुबह 9 बजे रीस्टोर हो सकी। बाद फीडर से दर्जन भर से ज्यादा कॉलोनियों को विद्युत आपूíत की जाती है। सुरक्षा विहार कॉलोनी निवासी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि रात को बारिश हुई तो इसके बाद लाइट गुल हो गई। काफी देर बाद जब लाइट नहीं आयी तो हेल्पलाइन नं 1912 पर कॉल किया तो कोई संतोषजनक जबाव नहीं मिला। कहा गया कि आपकी कंप्लेन नोट कर ली गई है। न ही ये बताया गया कि लाइट क्यों नहीं आ रही है। इसके बाद जेई शिवदयाल से बात की गई तो बताया कि फॉल्ट हुआ है। सुबह तक सही होगा। लाइट न होने के चलते मच्छरों की वजह से सो नहीं पाए।

एक चौथाई शहर में लोग बिजली से परेशान

बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान है। सिंकदरा फीडर केके, नगर, विनायक नगर, पीपी नगर, गणेश नगर, दयालबाग के नगला पदी, विद्यानगर, टैगोर नगर, शाहगंज, बोदला, शास्त्रीपुरम, पश्चिमपुरी, केदार नगर, आवास विकास कॉलोनी, गढ़ी भदौरिया आदि इलाकों में बिजली की आंख मिचौली चलती रही। इसके अलावा संजय प्लेस फीडर, सेंटजोंस, गुरु का ताल, गैलाना रोड, कमलानगर, शालीमार टॉकीज, आवास विकास फीडर, ताजनगरी, शमशाबाद रोड बैरक रोड, 33 केवी फीडर सुभाष पार्क, 11 केवी फीडर अहीरपाड़ा, 33 केवी राजामंडी, 11 केवी पचकुइंया, 33 केवी। बंग्ला एनक्लेव, 33 केवी बमरौली कटारा,11 केवी फीडर लकावली, 33 केवी यमुना बैंक, 11 केवी फीडर मेहताब बाग कछपुरा फीडर, 33 केवी आवास विकास, 11 केवी फीडर बोदला रोड, 33 केवी फीडर शहीद नगर, 11 केवी फीडर, 33 केवी शास्त्रीपुरम, 11 केवी फीडर अमरपुरा, 33 केवी सब स्टेशन अल्हाबक्स, 11 केवी फीडर नामनेर फीडर से बिजली की आंख मिचौली से राहत नहीं मिल पा रही है। इस बारे में टोरंट के पीआरओ भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि मेंटीनेस का कार्य हर बार किया जाता है। इसमें कोई फॉल्ट, लूज वायरों का टाइट करना आदि कार्य किया जाता है। ये सतत प्रक्रिया है। जहां की कंप्लेन होती है। टीम भेजकर उसको ठीक कराया जाता है।

वर्जन

जहां की कंप्लेन होती है। टीम भेजकर उसको ठीक कराया जाता है। मेंटीनेस के कार्य के कारण कटौती करनी पड़ती है। इसमें कोई फॉल्ट, लूज वायरों का टाइट करना आदि कार्य किया जाता है।

-भूपेंद्र सिंह, पीआओ, टोरंट पावर

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गंगाजल और एमबीबीआर प्लांट दो घंटे तक रहे बंद, पानी को तरसा आधा शहर

-बिजली न आने से आई परेशानी, टैंकरों से नहीं भेजा जा सका पानी

- रविवार को 17 स्थानों पर हुए लीकेज, जीवनी मंडी रोड पर बर्बाद हुआ पानी

आगरा : रविवार को पालड़ा फाल बुलंदशहर से आगरा को भरपूर गंगाजल मिलना शुरू हो गया, लेकिन बिजली की आंख मिचौली से सिकंदरा स्थित गंगाजल और एमबीबीआर प्लांट दो घंटे तक बंद रहे। इससे आधे शहर में जलापूर्ति नहीं हो सकी। टैंकरों से भी पानी नहीं भेजा गया। वहीं, 17 स्थलों पर लीकेज हुए। शाम तक जल संस्थान की टीम ने 15 लीकेज की मरम्मत कर ली। जीवनी मंडी रोड पर पानी बर्बाद हुआ।

जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स से 110 और सिकंदरा के दोनों प्लांट से 150 एमएलडी पानी की आपूर्ति हुई। सिकंदरा क्षेत्र में सुबह साढ़े सात से साढ़े दस बजे तक बिजली नहीं आई। इससे दोनों प्लांट बंद रहे। बिजली न आने की जल संस्थान के अफसरों ने डीवीवीएनएल से शिकायत दर्ज कराई। फाल्ट होने का कारण बताया गया।

इन क्षेत्रों में रही सबसे अधिक समस्या : रोशन मोहल्ला, बोदला, शाहगंज, लोहामंडी के कुछ हिस्से में, तोता का ताल रोड, अर्जुन नगर, केदारनगर के कुछ हिस्से में, संजय प्लेस, राजा की मंडी, गोकुलपुरा, अशोक नगर, पचकुइयां, जयपुर हाउस।

अगले सप्ताह फिर खड़ा हो सकता पेयजल संकट : हरिद्वार से जिस तरीके से अपर गंगा कैनाल को कम जलापूर्ति हो रही है। उसे देखकर तो यही लगता है कि शहर में अगले सप्ताह फिर से पेयजल संकट खड़ा हो सकता है। क्योंकि अगर अपर गंगा कैनाल में पानी की मात्रा कम हुई तो इसका असर पालड़ा फाल, बुलंदशहर पर भी पड़ेगा। पालड़ा फाल से ही आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है।

ओल्ड ईदगाह में गंदे पानी की आपूर्ति : रविवार शाम को ओल्ड ईदगाह सहित कई अन्य क्षेत्रों में गंदे पानी की आपूर्ति हुई। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसकी शिकायत जल संस्थान के अफसरों से की गई है।

वर्जन

- बिजली न आने के चलते रविवार को सिकंदरा के दोनों प्लांट दो घंटे तक बंद रहे हैं। इससे आधे शहर में ठीक तरीके से जलापूर्ति नहीं हो सकी है।

आरएस यादव, महाप्रबंधक जल संस्थान