आगरा(ब्यूरो)। बुलंदशहर के पालड़ा फाल से आगरा को मिलने वाले 350 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति पिछले चार दिनों से प्रभावित चल रही है। गुरुवार को आधी और शुक्रवार को एक चौथाई आपूर्ति रह रही थी। इसके चलते आधे से ज्यादा क्षेत्र में गंगाजल की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। शनिवार को पानी अधिक मिला था, जिससे रविवार दोपहर बाद राहत मिली। रविवार को ही पालड़ा से छोड़े जाने वाले पानी में फिर से कटौती कर दी गई, जिसके कारण सोमवार को शहर पानी संकट से जूझता रहा। बुधवार को आंशिक राहत मिलने की उम्मीद जताई गई है। शहर को 422 एमएलडी पानी की जरूरत होती है। सोमवार सुबह लगभग 100 एमएलडी यमुना जल मिलाकर आधी आपूर्ति हो सकी।

इन एरियाज में पानी की दिक्कत
अधिकांश क्षेत्रों में लोग पानी के लिए तरसते रहे। सिकंदरा, बोदला, शाहगंज, लोहामंडी, खंदारी, कमला नगर, बल्केश्वर, राजामंडी, गोकुलपुरा, दयालबाग, ईदगाह, अर्जुन नगर, अलबतिया, ताजगंज, ट्रांस यमुना सहित अन्य क्षेत्रों में लोग जल संकट से जूझते रहे। जिन क्षेत्रों में थोड़ा बहुत पानी मिला, उन्होंने भंडारित कर लिया था, जिससे थोड़ी राहत जरूर मिली। जिन पड़ोसियों के यहां सबमर्सिबल पंप लगी हैं, उनके यहां से पानी लेकर काम चलाया जा रहा है। कई लोग ऐसे भी हैं, जो पानी का टैंकर मंगाकर काम चला रहे हैं। कल भी जल संकट रहने की जलकल विभाग ने आशंका व्यक्त की है। गंगाजल परियोजना इकाई के परियोजना प्रबंधक रमेशचंद्रा ने बताया है कि पालड़ा से गंगाजल आपूर्ति फिर घट गई है। मध्य गंगा कैनाल से पानी मिल रहा है, जो मात्र लगभग 50 क्यूसेक ही है। उहोंने बताया कि बुधवार को कुछ हद तक राहत मिल सकती है।

पालड़ा से गंगाजल आपूर्ति फिर घट गई है। मध्य गंगा कैनाल से पानी मिल रहा है, जो मात्र लगभग 50 क्यूसेक ही है।
रमेश चंद्रा, प्रोजेक्ट मैनेजर, गंगाजल प्रोजेक्ट, वल्र्ड बैंक यूनिट