आगरा : शहर में बुधवार देर रात हुई बारिश से नगर निगम की पोल खुल गई। कहीं पंप नहीं चले तो कहीं पंप चलने के बाद डीजल खत्म हो गया। इससे रात में शहर तालाब बन गया। गुरुवार दोपहर तक हाईवे सहित अन्य कई क्षेत्रों में जलभराव रहा। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर में 441 नाले हैं। इस साल नालों की सफाई ठीक से नहीं की गई है। नालों को टुकड़ों में साफ किया गया है और इन्हें पूरा साफ दिखा दिया गया है। नाले ठीक से साफ न होने के चलते बुधवार देर रात जैसे ही शहर के विभिन्न स्थलों में बारिश शुरू हुई। तेज बारिश से नाले चोक हो गए और फिर बैक मारना शुरू कर दिया। इससे रोड से लेकर गलियों तक में पानी भर गया। वहीं नेशनल हाईवे-19 और ग्वालियर रोड पर सुबह तक पानी भरा रहा।

इन क्षेत्रों में सबसे अधिक जलभराव

चर्च रोड, एमजी रोड, सुल्तानगंज की पुलिया, बाईंपुर रोड, सेवला जाट, बुंदू कटरा, खेरिया मोड़ के आसपास, बल्केश्वर, कमलानगर का कुछ हिस्सा।

और नालों में बह गई सिल्ट

मंटोला, बाईंपुर, सिकंदरा-बोदला, मानसिक स्वास्थ्य संस्थान रोड सहित कई और भी नाले हैं। जिनकी सफाई कर सिल्ट नाले के किनारे डाल दिया गया था। बारिश से सिल्ट वापस नालों में चली गई। सिल्ट उठाने में हद दर्जे की लापरवाही बरती गई।

फैली रही गंदगी

गुरुवार को बारिश के चलते शहर के कई क्षेत्रों में गंदगी फैली रही। जिसकी सफाई नगर निगम की टीम ने नहीं की। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

- रात में जोरदार बारिश हुई थी। कुछ देर बाद ही पानी निकल गया। यह सब कुछ नालों के चलते संभव हो सका है।

नवीन जैन, मेयर