आगरा। जिले में आपराधिक पृष्ठभूमि के इतिहास वाले लोगों के शस्त्र लाइसेंस धारकों की घर-घर जाकर जांच हो रही है। आपराधिक पृष्ठभूमि के इतिहास वाले शस्त्र लाइसेंस धारकों को थाना पुलिस द्वारा चिह्नित करने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन आगे की कार्यवाही करेगा। बता दें कि अभी तक जिले में 14 तो मंडल में 78 शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा चुकी हैं। अभी 13 लाइसेंस धारकों के खिलाफ मुकदमा विचाराधीन है।

शासन ने दिए हैं जांच के आदेश

आगरा समेत पूरे प्रदेश में शस्त्र लाइसेंस की जांच के निर्देश दिए गए हैं। शासन के अपर सचिव अवनीश अवस्थी द्वारा पत्र लिखकर आपराधिक पृष्ठभूमि के इतिहास के लोगों की जांच के निर्देश दिए हैं। जारी निर्देशों में कहा गया कि आयुध अधिनियम 1959 आयुध संशोधन अधिनियम 2019 की धारा 17, 3 के अनुसार शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की विधिक कार्यवाही की जाए। मलपुरा क्षेत्र के चौकी प्रभारी विधान चंद ने बताया कि 10 बिंदुओं पर जांच की जा रही है। इस बारे में सीओ खेरागढ़ प्रदीप कुमार ने बताया कि थाना स्तर से सभी की जांच कराई जा रही है। कहीं कोई गड़बड़ी मिलेगी तो उसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी।

इन बिन्दुओं पर पुलिस कर रही जांच

-वीपंस लाइसेंस धारक का नाम पता

- वीपंस का प्रकार

- वीपंस के रिन्यूअल की स्थिति

- सीमा विस्तार

- वीपंस के लाइसेंस पर कारतूस की स्थिति

- यूनिक आईडी नंबर

- वीपंस लाइसेंस धारक का फोटो

- लाइसेंस धारक की पृष्ठभूमि

- लाइसेंस धारक का चालचलन

जिले में वीपंस की स्थिति पर एक नजर

- जिले में कुल वीपंस- 47635

- एसबीबीएल गन- 14063

- डीबीबीएल गन- 11,750

- राइफल- 9257

- पिस्टल- 12552

वर्जन

जिले में सभी थाना स्तर से जांच कराई जा रही है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अभी कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि के इतिहास वाले लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जा रहे हैं। इसमें कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

डॉ। प्रभाकांत अवस्थी एडीएम सिटी आगरा