आगरा। कोरोनावायरस का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि सíदयों में कोरोनावायरस का संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है। इसका उदाहरण दिल्ली है। जहां पर संक्रमण के आंकड़े अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। ऐसे में सजग रहने की जरूरत है। डॉक्टर रिचा जेमन भी लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति अवेयर कर रहीं हैं। उन्हें मास्क लगाने की कहती हैं, जिससे वह संक्रमण की चपेट में आने से बच सकें।

महिलाएं ज्यादा बरत रहीं लापरवाही

डॉ। रिचा जेमन बताती हैं कि बात करते वक्त हमारे मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स तीन से चार फीट दूर तक जाते हैं। लेकिन जब मास्क पहने होते हैं तो ये दो इंच दूर भी नहीं जा सकते हैं। इसलिये मास्क पहनें और कोरोना से बचाव करें। डॉ। रिचा जेमन ने बताया कि इन दिनों हम खुद कोविड-19 के संक्रमण से बचाव कर रहे हैं। इसके साथ-साथ कोविड-19 के खतरे के बारे में लगातार अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मैं अपने प्रत्येक पेशेंट से कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह करती हूं। उन्हें मास्क पहनने, हाथों को सेनेटाइज करने और फिजिकल डिस्टेंस को फॉलो करने के लिए प्रेरित करती हूं। उन्होंने बताया कि मैंने बाजारों में, सोसायटी में और मेरे पास आने वाले पेशेंट्स में ऑब्जर्व किया कि पुरूषों से अधिक महिलाएं मास्क पहनने में कोताही अधिक बरत रही हैं। मैं सभी महिलाओं से आग्रह करती हूं कि वे मास्क पहनें और अपने पूरे परिवार को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें।

घर-हॉस्पिटल हर जगह रख रहीं सुरक्षा का ध्यान

डॉ। रिचा जेमन ने बताया कि हम कोरोना से बचाव का घर से लेकर हॉस्पिटल तक हर जगह ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरे दोनों बच्चे छोटे हैं और मैं अपने पेशेंट्स देखती हूं ऐसे में हमें संक्रमण होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसको देखते हुए मैंने अपने बच्चों को अपनी मां के घर ही भेज दिया है। जब से कोविड शुरू हुआ है तब से वे वहीं रह रहे हैं। उनसे मोबाइल के माध्यम से ही बात हो पाती है।

कोविड-19 का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के उपायों को अभी भी फॉलो करने की जरूरत है। मास्क पहनना इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। इसलिए मास्क जरूर पहनें, शारीरिक दूरी का पालन करें और अपने हाथों को समय से साफ करते रहें। कोई भी परेशानी होने पर कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर पर या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।

-डॉ। संजय चतुर्वेदी, आईएमए सेक्रेटरी

कोविड-19 से बचाव का अभी तक कोई स्थाई उपाय नहीं मिला है। इसलिए जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है। तब तक एसएमएस यानि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजिंग ही इससे बचने का उपाय है। इसलिये मास्क जरूरी पहनिए और कोरोना से बचाव कीजिए।

-डॉ। पंकज नगायच, सदस्य, आईएमए

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ये है मास्क पहनने का सही तरीका

- किसी भी फेस मास्क को पहनते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसका ऊपरी सिरा नाक के ऊपर तक आए और नीचला हिस्सा चिन के नीचे रहे।

- मास्क में दो तरह के बैंड्स होते हैं। एक में एलास्टिक लगा होता है, जिसे कानों में फंसाते हैं। और एक में रिबन लगा होता है जिसे पीछे की ओर बांधते हैं। दोनों ही स्थिति में इस बात का ध्यान रखें कि मास्क पूरी तरह टाइट हो उसके किराने ढीले न हो।

- अगर आप दुकान से रेडीमेड मास्क खरीदकर लाए हैं तो इसे अच्छी तरह चेक कर लें कि उसमें कोई छेद तो नहीं। उसकी क्वालिटी भी जांच लें। उसे इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह धोकर सुखा लें।

- फेस मास्क पहनते वक्त नाक और चिन को खुला न छोड़ें। न ही किसी से बात करते वक्त मास्क को अपने मुंह से हटाएं। ऐसा करना खतरनाक होता है। अगर मुंह और नाक को अच्छे से कवर नहीं किया गया तो मास्क पहनने का कोई मतलब नहीं है।