जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स प्लांट से हो रही पानी की कम आपूर्ति

शहर में फिर गहरा सकता है पानी संकट

आगरा। जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स पर एक प्लांट का काम पूरा नहीं हो सका है, अब दूसरे प्लांट को भी बंद कर दिया गया है। ऐसे में शहर में पेयजल संकट गहरा सकता है। एक तो शहर को पहले से ही गंगाजल की आपूíत पर्याप्त नहीं हो पा रही है। ऐसे में दोनों प्लांट बंद होने से समस्या खड़ी हो सकती है। बता दें कि जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स पर तीन प्लांट हैं। इनमें एक 45 एमएलडी का तथा दो प्लांट 90 एमएलडी के हैं। इनमें एक 90 एमएलडी के प्लांट के रेनोवेशन का काम चल रहा है जो कि अभी तक पूरा नहीं हो सका है, लेकिन अब 45 एमएलडी प्लांट को साफ-सफाई के लिए बंद कर दिया गया है।

पौने दो साल से चल रहा रेनोवेशन

जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स पर 90 एमएलडी के प्लांट के रेनोवेशन का काम वोल्टास कंपनी कर रही है। इसको रेनोवेशन का काम आठ-नौ महीनों में पूरा करना था, लेकिन लगभग पौने दो साल बीतने के बाद भी अभी तक रेनोवेशन का काम पूरा नहीं हो सका है। इस बारे में गंगाजल के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके गुप्ता ने बताया कि 90 एलएलडी के प्लांट के रेनोवेशन का काम लगभग पूरा है। अब पीछे की दीवार पर काम चल रहा है। 45 एमएलडी के प्लांट को साफ-सफाई के लिए बंद किया गया है। इसको भी जल्द शुरू किया जाएगा।

अभी तक नहीं हो सकी 200 एमएलडी की आपूíत

जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स से अभी तक 200 एमएलडी गंगाजल की आपूíत नहीं हो सकी है। इसके चलते हर समय शहर के एक चौथाई हिस्से में पानी संकट बना रहता है। बता दें कि जब जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स से गंगाजल की सप्लाई शुरू की गई थी, तो उस दौरान प्लांट से रोजना 200 एमएलडी गंगाजल की आपूíत का दावा किया गया था, लेकिन अभी तक 120 एमएलडी से ज्यादा की आपूíत नहीं हो पा रही है। जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स से पुराने आधे शहर को पेयजल आपूíत की जाती है। इसमें रावतपाड़ा, दरेसी, बेलनगंज, मोतीकटरा, रावली, कलक्ट्रेट, रकाबगंज, छीपीटोला, नरायच, शाहदरा, एत्माद्दौला, काला महल समेत आधे शहर को आपूíत की जाती है।

13 पंप ही कर रहे काम

जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स पर 20 पंप हैं। इसमें 7 बेकार हो चुके हैं, 13 ही संचालित हैं। इनमें भी सभी को नहीं चलाया जाता है। प्लांट सही न होने के कारण गंगाजल को स्टोर भी नहीं किया जाता है। इस कारण गंगाजल यमुना में बहा दिया जाता है। शहर में चार लाख से ज्यादा आवास हैं। इसमें लगभग दो लाख घरों में पानी के कनेक्शन हैं। 20 लाख की आबादी वाले शहर में 100 वार्ड हैं। इनमें 18 वार्डो में पानी की पाइप लाइन है। 55 वार्डो में आंशिक रूप से पाइपलाइन बिछी है। 27 वार्ड ऐसे हैं, जहां पाइप लाइन है ही नहीं।

जीवनी की मंडी वाटर व‌र्क्स पर तीन प्लांट

45 एमएलडी का एक प्लांट

90 एमएलडी के दो प्लांट

225 एमएलडी कुल आपूíत

मौजूदा जलापूíत 130 एमएलडी

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कंपनी को 10 मार्च 2021 तक काम पूरा करना है। इसमें प्लांट के रेनोवेशन के अलावा अन्य कार्य भी शामिल हैं। इसमें 90 एमएलडी के प्लांट के रेनोवेशन का काम लगभग पूरा होने को है। अभी 45 एमएलडी के प्लांट को सफाई के लिए बंद किया गया है।

आरके। गुप्ता प्रोजेक्ट मैंनेजर गंगाजल प्रोजेक्ट

अभी हमारे एरिया में पानी की प्रॉब्लम बनी रहती है। कुछ दिन तो ठीक सप्लाई हो जाती है। उसके बाद व्यवस्था फिर पुराने ढर्रे पर आ जाती है। गंदे पानी की समस्या बहुत रहती है। कंप्लेन करने के बाद भी कोई नहीं सुनता है।

मनोज कुमार

राजामंडी पुनियापाड़ा में पाइपलाइन बहुत जर्जर हो चुकी है। एक तो पहले से ही पानी कम आता है, प्रेशर इतना कमजोर होता है कि घंटों इतजार करना पड़ता है। अब तो गंगाजल आने के बाद भी हालात में सुधार नहीं हुआ है।

चर्तुभुज तिवारी