प्रयागराज (ब्यूरो)। आखिर लोग वैक्सीनेशन को लेकर लेट क्यों कर रहे हैं, इसको लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने कुछ सेंटर्स पर लोगों से बातचीत की। जवाब में 70 फीसदी का कहना था कि डर के चलते उन्होंने अभी तक वैक्सीन नही लगवाई थी। उनको लगा कि वैक्सीनेशन के बाद तबियत खराब हो सकती है। पच्चीस फीसदी लापरवाही के चलते अभी तक सेंटर नही पहुंचे थे। पांच फीसदी ऐसे थे जिन्होंने बताया कि वह बीमारी के चलते नही आए या दूसरे शहर में थे।

इसलिए नंबर दो पर हैं हम
देखा जाए तो यूपी में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला प्रयागराज है, बावजूद इसके कोरोना वैक्सीनेशन में लखनऊ नंबर वन बना हुआ है। वहां 43.69 लाख लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। प्रयागराज की आबादी 70 लाख के आसपास है लेकिन यहां अभी महज 33.60 लाख लोग ही वैक्सीनेट हुए हैं। लाख कोशिशों के बावजूद लोग घरों से वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर पहुंचने से कतरा रहे हैं।

आधे भी नही पहुंचे सेंटर
लोगों की वैक्सीनेशन के प्रति उदासीनता का एग्जाम्पल गुरुवार को सामने आ गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक दिन में 1.08 लाख वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा था लेकिन शाम पांच बजे तक महज 38.5 हजार लोग ही सेंटर्स पर पहुंचे थे। यानि दिए गए लक्ष्य के आधे भी वैक्सीनेशन को आगे नही आए। जबकि पहली के साथ दूसरी डोज लगवाने वाले लाभार्थी भी शामिल हैं।

कोविशील्ड के साइड इफेक्टेड पहले से रिपोर्टेड हैं। इसमें बुखार और चक्कर आने जैसे लक्षण कामन माने गए हैं।
को वैक्सीन में कम साइड इफेक्ट हैं लेकिन इसे विदेशों में मान्य नही किया गया है।
कोरोना वैक्सीनेशन की कोविन पोर्टल पर रियल टाइम फीडिंग की जा रही है।
इस वैक्सीन को देश के किसी भी शहर में आई कार्ड दिखाकर लगवाया जा सकता है।
जिले में अब तक हुए कुल वैक्सीनेशन में 30 फीसदी सेकंड डोज वाले हैं।

अभी तक वैक्सीनेशन को लेकर डर लग रहा था। लगता था कि वैक्सीन लगने के बाद कुछ हो गया तो मेरे बाद परिवार का क्या होगा। फिर सबने बताया कि वैक्सीन से कुछ नही होगा। इसलिए आज यहां आई हूं।
लता सिंह
पहली डोज लगवाने वाली लाभार्थी

बीमारी का इलाज चल रहा था इसलिए अभी तक वैक्सीन नही लगवाई थी। अब डॉक्टर ने कहा कि लगवा लो इसलिए आज यहां पर वैकसीन लगवाने आए हैं। अभी भी मन में डर बैठा है इसलिए डॉक्टर से सलाह लेने आया हूं।
विनय कुमार
पहली डोज लगवाने वाले लाभार्थी

शुरुआत में केंद्रों में काफी भीड़ थी इसलिए सेंटर तक नही आए। सोचा था भीड़ कम जो जाए तो आराम से वैक्सीन लगवा ली जाएगी। यही कारण है कि आज सेंटर पर आएं हैं। वैक्सीन लग जाएगी तो कोरोना से बचाव होगा।
ममता मिश्रा
पहली डोज लगवाने वाले लाभार्थी

लोगों में अभी भी डर बसा हुआ है। लोग काफी देरी से सेंटर पर आ रहे हैं। जो लोग पहली डोज लगवा लेते हैं वह दूसरी डोज भी लगवाने देरी से आते हैं। इसी लापरवाही से वैक्सीनेशन की स्पीड धीमी होती जा रही है।
डॉ। उत्सव सिंह
वैक्सीनेशन प्रभारी, एमएलएन मेडिकल कॅालेज प्रयागराज