- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कुलपति की स्थायी नियुक्ति के लिए दिल्ली मे सर्च कमेटी की पहली मीटिंग पूरी

- देशभर से कुल 413 शिक्षाविदों ने इविवि कुलपति पद के लिए किया था आवेदन

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के स्थायी कुलपति के इंतजार का समय अब जल्द ही खत्म होने वाला है। इसके लिए प्रक्रिया अब शुरू हो गई है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति पद के लिए पूरे देश से कुल 15 शिक्षाविदों को एचआरडी में इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें तीन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के शिक्षक भी शामिल हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को स्थायी कुलपति मिल जाएगा।

31 दिसंबर 2019 से चल रही है स्थायी कुलपति की कवायद

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के विवादों मे घिरने के बाद उन्हें 31 दिसम्बर 2019 को पद से इस्तीफा दे दिया था। इनके बाद मंत्रालय के निर्देश पर वरिष्ठता सूची के आधार पर प्रो। केएस मिश्र को कार्यवाहक कुलपति पर नियुक्त किया गया। उनके रिटायर्ड होने के बाद जिम्मेदारी प्रो। पीके साहू को मिली। हालांकि उनका कार्यकाल सिर्फ एक ही दिन का रहा। उनके रिटायर होने के बाद सीनियारिटी के बेस पर प्रो। आरआर तिवारी को कार्यवाहक कुलपति की कमान सौंपी गई। इसी बीच मंत्रालय ने स्थायी कुलपति पद के लिए आवेदन मांगे और कुलपति की नियुक्ति के लिए तीन सदस्यीय सर्च कमेटी का गठन किया। कमेटी को लेकर भी काफी दिनों तक विवाद बना रहा।

इविवि के भी तीन हैं दावेदार

मंगलवार को करीब साढ़े तीन बजे नई दिल्ली में सर्च कमेटी की पहली बैठक सम्पन्न हुई। सूत्रों की मानें तो कमेटी की पहली बैठक में आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग हुई। इसमें देशभर से 413 आवेदकों में से 15 आवेदकों को इंटरव्यू के लिए चुना गया। खास बात तो यह है कि इंटरव्यू के लिए तैयार 15 की सूची में इविवि के भी तीन शिक्षक हैं। मंत्रालय की तरफ से सभी को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया गया है। अब इंटरव्यू की प्रक्रिया भी जल्द पूरी होने के बाद इविवि को स्थायी कुलपति मिल जाएगा। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि नए सेशन के साथ ही इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को नए स्थायी कुलपति भी मिल जाएगे।