प्रयागराज (ब्यूरो)। जनता की शिकायतों के निस्तारण में सरकारी अधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। हाल ही में आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण को लेकर जारी प्रदेश स्तर रैंकिंग में प्रयागराज जिला फिसड््डी घोषित हो चुका है। बावजूद इसके अधिकारियों के रवैये में बदलाव नहीं दिख रहा है। ऐसे में प्रभारी डीएम और सीडीओ गौरव कुमार ने मंगलवार को कठोर कदम उठाते हुए 78 अधिकारियों का वेतन रोक कर उनसे तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक फीडबैक नहीं मिलने और शिकायतों के निस्तारण में डिफाल्टर पाए जाने पर यह एक्शन लिया गया है।
निस्तारण के बाद नहीं होती मानिटरिंग?
यह देखने में आया है कि सरकारी अधिकारी आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों का निस्तारण करने के बाद फीडबैक पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में प्रभारी डीएम ने 78 अधिकारियों का अगस्त का वेतन रोक दिया है। उनसे पूछा गया है कि किन परिस्थितियों में असंतोषजनक फीडबैक का प्रतिशत अत्यधिक रहा, का स्पष्टीकरण तीन दिन के अंदर प्रस्तुत किया जाए। भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति होने पर इनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित करने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि डीएम नवनीत सिंह चहल के द्वारा पूर्व में पत्र के माध्यम से सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि सभी अधिकारी नियमित रूप से अपने आईजीआरएस पोर्टल का अवलोकन करते हुए सभी संदर्भों का उसकी नियत तिथि के पूर्व गुणवत्तापूर्वक निस्तारण सुनिश्चित करेंगे।
इनका रोका गया है वेतन
प्रभारी डीएम ने उपजिलाधिकारी-सदर, सोरांव, फूलपुर, हण्डिया, मेजा, कोरांव व सर्वाधिक असंतोषजनक फीडबैक होने पर उपजिलाधिकारी-करछना, बारा का माह अगस्त, 224 का वेतन आहरण पर रोक लगायी गयी है। इसी क्रम में सर्वाधिक असंतोषजनक फीडबैक होने पर तहसीलदार-सदर, सोरांव, फूलपुर, हण्डिया, करछना, बारा, मेजा, कोरांव, जिला पूर्ति अधिकारी, अधिशाषी अभियंता सिंचाई जल संसाधन, अधिशाषी अभियंता प्राख लोनिवि, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधिशाषी अभियंता यांत्रिक सिंचाई, जिला उपायु1त मनरेगा, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी समेत खंड विकास अधिकारी
मेजा, करछना, माण्डा, धनुपूर, कोरांव, चाका, सोरांव, प्रतापपुर, कोरांव, हण्डिया, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत पालिका-शंकरगढ, लालगोपालगंज, कोरांव, मऊआईमा, फूलपुर, सहायक विकास अधिकारी पंचायत-कोरांव, शंकरगढ़, कौडि़हार, प्रतापपुर, बहरिया, बहादुरपुर, जसरा, धनुपूर, कौंधियारा, करछना, माण्डा, होलागढ़, फूलपुर, उरूवा, सोरांव, चाका, हण्डिया आदि पर कारवाई की गई है।