प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में संगम क्षेत्र के आसपास कुंभ डिजिटल लाइब्रेरी तैयार करने के प्रशासनिक सपने में जमीन का पेंच फंस गया है। इस लाइब्रेरी के जमीन की तलाश अब तक पूरी नहीं हो सकी। क्योंकि संगम एरिया के आसपास की जमीनें सेना की हैं। यह बात प्रशासनिक अफसरों को अच्छी तरह से मालूम है कि सेना से एनओसी का लेना आसान नहीं है। जिला प्रशासन की इतनी बड़ी जमीन है नहीं जहां इस लाइब्रेरी को को तैयार किया जा सका। जमीन की तलाश में तहसील के अफसरों का दम फूलने लगा है। ऐसी स्थिति में अब जमीन के तलाश की गेंद प्रशासन ने नगर निगम के पाले में उछाल दिया है। लेटर मिलने के बाद जमीन की खोज में जुटे नगर निगम के अफसरों का भी माथा चकरा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि पर्याप्त जमीन नहीं मिली तो महाकुंभ से जुड़ी यह स्कीम फाइलों में ही दम तोड़ देगी।

डेढ़ से दो बीघे चाहिए जमीन
संगम की रेत पर वर्ष 2025 में लगने जा रहे महाकुंभ को लेकर कई तरह के नए प्रयास व प्रैक्टिकल की रूपरेखा तैयार की गई है।
कागज के पन्नों में खीची गई लकीर को पूरा करने में अफसर दिन रात जुटे हुए हैं।
मेला प्रशासन से जुड़े सूत्रों की मानें तो महाकुंभ से पहले कुंभ डिजिटल लाइब्रेरी बनाने का प्लान है।
यह सपना मेला से जुड़े कई शीर्ष अफसरों के द्वारा देखा गया है।
सपने को हकीकत में दिलने की लिए थोड़ी बहुत नहीं काफी बड़ी जमीन की आवश्यकता होगी।
यह बात अधिकारियों को अच्छी तरह मालूम थी। लिहाजा जमीन की तलाश में तहसील के अफसरों व कर्मचारियों को लगा दिया गया है।
करीब डेढ़ से दो बीघे जमीन वह भी संगम के आसपास तलाशने में जुटे कर्मचारी व अफसरों का दम फूल रहा है।
कहीं भी इतना बड़ा भू-भाग अधिकारियों को खाली नजर नहीं आ रहा।
मीटिंगों में इस समस्या पर हुई चर्चा के बाद मेला अफसरों के द्वारा जमीन के लिए लेटर नगर निगम को लिखा गया है।
दबी जुबान नगर निगम के कुछ कर्मचारियों की मानें तो इतनी बड़ी जमीन संगम दारागंज से लेकर कीडगंज तक नजर नहीं आ रही।
दारागंज और कीडगंज के आसपास इतनी बड़ी जमीन परेड ही है। मगर यह भूमि सेना की है।
अब अधिकारियों की उम्मीद नगर निगम पर ही टीक गई है।

अरैल एरिया पर टिकी निगाहें
कुंभ डिजिटल लाइब्रेरी के लिए शहर के अंदर संगम के आसपास जमीन खोज कर थक चुके नगर निगम के अफसर अब अरैल एरिया में नजर गड़ा दिए हैं। बताते हैं कि अरैल साइड भी फिलहाल अब तक जमीन का चिन्हांकन नहीं हो सका है। नगर निगम की टीम जमीन का दस्तावेज लेकर डीपी स्कूल के आसपास जमीन को सर्च कर रही है। माना जा रहा है कि अब यही वह एरिया है जहां पर जमीन की तलाश पूरी हो सकी है। यदि यहां भी जमीन नहीं मिली तो इस डिजिटल लाइब्रेरी का सपना टूटना तय है।

कुंभ डिजिटल लाइब्रेरी के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। नगर निगम को भी लेटर भेजा गया है। जमीन मिलने के बाद आगे वर्क शुरू होगा। कुछ जमीनें हैं, मगर संगम यमुना से दूर इस लाइब्रेरी को बनाने से मकसद हल नहीं होगा। कोशिश की जा रही है कि यमुना नदी के आसपास ही इसे तैयार किया जाय।
बीरेश कुमार, उप निदेशक पर्यटन