प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आपको चार पहिया वाहन में वीआईपी फील चाहिए तो अब यह 1100 रुपए में आसानी से उपलब्ध हो रहा है। वह भी नियम विरुद्ध। शहर की तमाम कार एसेसरीज की दुकानों पर हूटर आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। कुछ मस्तीखोर नियमों का उल्लंघन कर खुलेआम हूटर वाहनों में लगवाकर घूम रहे हैं। पुलिस और प्रशासन इनके खिलाफ कार्रवाई भी नही कर रहा है।

मार्केट में हमने जानी सच्चाई
केंद्र सरकार के बैन के बावजूद इतनी आसानी से हूटर कैसे वाहन चालकों को मिल रहा है। यह जानने के लिए हमने सिविल लाइंस की पांच दुकानों पर सर्च किया। यहां पता चला कि हूटर, सायरन और प्रेशर हार्न बेचने पर कोई रोक टोक नही है। मार्केट में इनकी कीमत 800 से 1100 रुपए तक है। यह बात अलग है कि कार्रवाई के डर से इन्हें गाड़ी नही बल्कि अंदर की ओर लगवाया जाता है।

फटाफट मिल जाता है पास
आजकल शहर में जाम की समस्या तेजी से बढ़ रही है। शहर के तमाम इलाकों में फोर व्हीलर लेकर निकलना आसान नही है। ऐसे में हूटर का यूज लोगों को आसानी से रास्ता दिलाने में मदद करता है। साथ ही हूटर बजाने पर वीआईपी फील भी आता है। नियमों की जानकारी नही होने पर पुलिस वाले भी इन वाहनों को नही रोकते हैं। आजकल तमाम चौराहों पर आसानी से वाहनों में हूटर की जोरदार आवाज सुनी जा सकती है।

सुस्त है आरटीओ विभाग
छह साल पहले केंद्र सरकार की ओर से नई नियमावली जारी की गई थी। जिसके तहत हूटर और सायरल का यूज जन प्रतिनिधियों, अफसरों के लिए बैन कर दिया गया था। एंबुंलेंस और फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों को इमरजेंसी में इनके यूज की अनुमति दी गई थी। लेकिन इन नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। वाहनों पर हूटर लगा होने पर मोटर वेहिकल एक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है। इसमें दस हजार रुपए का चालान कर हूटर निकाल दिया जाता है।

नियमानुसार सड़कों पर हूटर का उपयोग बंद होना चाहिए। इससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़कों पर न्यू सेंस क्रिएट होता है। लोग हूटर बजाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं जिससे दूुसरों को सही मैसेज नही मिलता है।
हेमंत शुक्ला

यातायात नियम सभी के लिए बनाए जाते है और सभी को इनका समान से रूप से पालन करना होता है। लेकिन कुछ लोग इसका उल्लंघन कर खुद को बेहतर समझते हैं। यह गलत है। कार्रवाई कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
राहुल यादव

जो लोग नियम विरुद्ध वाहनों में हूटर का यूज करते हैं उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। जनवरी में बीस लोगों का चालान किया गया है। जो लोग हूटर बेच रहे हैं उन पर कार्रवाई करने का अधिकार हमारे पास नही है।
संजीव गुप्ता, आरटीओ प्रवर्तन, प्रयागराज