प्रयागराज (ब्‍यूरो)।
अभी प्रचंड गर्मी नौ तपा की वजह से है। अगले सात दिन तक नौ तपा का असर रहने वाला है। ऐसे में अभी सात दिन तक प्रचंड गर्मी को हर हाल में बर्दाश्त ही करना पड़ेगा। गर्मी से राहत की उम्मीद दो जून के बाद ही हो सकती है, इस बीच बेहद सावधानी की जरुरत है। वरना प्रचंड गर्मी का असर सेहत पर भी पड़ सकता है। लू लगने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा अन्य शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में दो जून तक घर से निकलिए तो सावधानी जरुरी है।

क्या है नौ तपा
सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में आता है तब नौ तपा की शुरुआत होती है। इस बार सूर्य 25 मई की भोर में तीन बजकर 27 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में आया है। जिसका असर देखने को ये मिला कि 25 मई की सुबह से लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। नौ तपा का असर दो जून की शाम तक रहेगा।

यह है नौ तपा का विज्ञान
नौ तपा के दौरान सूर्य घूमते हुए मध्य भारत के ऊपर आ जाता है। जब यह कर्क रेखा के पास पहुंच जाता है तब नब्बे डिग्री की स्थिति में होता है। इससे सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, इससे तापमान बढ़ जाता है। नौ तपा के नौ दिनों के शुरुआती छह दिनों में तापमान काफी ज्यादा हो जाता है। अंतिम तीन दिन में आंधी, तूफान और तेज हवाएं चलती हैं।

दान का महत्व
नौ तपा में ठंडक प्रदान करने वाली चीजों के दान से पुण्य की प्राप्ति होती है। सत्तू, पानी का घड़ा, पंखे का दान सर्वोत्तम माना गया है। इसके अलावा दही, नारियल का दान जरुरतमंद को दिया जाना लाभकारी है।

मशहूर है घाघ का ये दोहा
सर्व तपै जो रोहिनी, सर्व तपै जो मूर
परिवा तपै जो जेठ की, उपजै सातो तूर
यह दोहा घाट भड्डरी का है। इसका अर्थ है कि रोहिणी नक्षत्र में भरपूर गर्मी हो, मूल भी पूरा तपे और जेठ की प्रतिप्रदा पर भी भीषण गर्मी हो तो सातों प्रकार के अन्न की पैदावार अच्छी होती है। मौसम और खेती के लिहाज से इस साल यह दोहा एकदम सटीक साबित हो सकता है। नौ तपा में भीषण गर्मी होने से अच्छी बारिश की उम्मीद रहती है।

25 मई की भोर से शुरू है नौ तपा
2 जून तक रहेगा नौ तपा का असर
9 दिन बर्दाश्त करनी होगी प्रचंड गर्मी
6 दिन शुुरुआत के होगी अत्यधिक गर्मी
3 दिन आखिरी में आंधी, तूफान के आसार

ये करें उपाय
- जरुरी हो तभी दोपहर में निकलें।
- सिर को ढंक कर रखें।
- पेय पदार्थ का अत्यधिक सेवन करें।
- जेब में प्याज रखकर चलें।
- बाहर रहने के दौरान ठंडे पदार्थ का सेवन न करें।
- बेल, गन्ने का जूस जरुर पिएं।
- पसीना अधिक निकलने पर नींबू पानी लें।
- बच्चों को दिन में बाहर न घूमने दें।
- बाहर निकलना जरुरी हो तो पेड़ की छांव में रुकें।

नौ तपा का ज्योतिषयी महत्व है। इसका वर्णन सूर्य सिद्धांत और श्रीमद भागवत में भी मिलता है। नौ तपा के दौरान ठंडे पदार्थों के दान का महत्व है। भोर में उठकर सूर्य को जल का अघ्र्य देने से तमाम बीमारियों से राहत मिलती है।
मधुरम मिश्रा, ज्योतिषाचार्य


नौ तपा में दान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दौरान शीतल जल या शरबत का दान अवश्य करना चाहिए। हो सके तो जरुरतमंदों को घड़े का दान किया जाए। इससे कुंडली में सूर्य के अरिष्ट के प्रभाव से राहत मिलती है।
हरिओम पांडेय, ज्योतिषी

लू की वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। बुखार की भी समस्या हो सकती है। ऐसे में दोपहर में अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। पेय पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन करें। पसीना अधिक निकलने पर ग्लूकोज का सेवन करें।
डा.डीके मिश्रा, फिजिशियन

गर्मी की वजह से शरीर से पसीना अधिक निकलने लगता है। ऐसे में शरीर में पानी मेनटेन रखने में सावधानी की जरुरत है। बच्चों का भी खास ध्यान रखा जाना चाहिए। नींबू नमक चीनी और पानी का घोल गर्मी में लेने से राहत रहती है। बुखार की समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाकर ही दवा लें।
डा.अनिल द्विवेदी, फिजिशियन

ऐसे बढ़ रहा तापमान
24 मई= अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री
न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री
25 मई अधिकतम तापमान 40 डिग्री
न्यूनतम तापमान 33 डिग्री
26 मई अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री
न्यूनतम तापमान डिग्री 39