-प्रयागराज में हुई एक दिन में संक्रमण से सबसे ज्यादा मौतें

-152 मरीजों को कोरोना से ठीक होने के बाद भेजा गया घर

गुरुवार का दिन कोरोना संक्रमण को लेकर दो मामलों में महत्वपूर्ण रहा। पहला यह कि एक दिन में यहां सबसे ज्यादा चार मौतें हुई। वहीं कुल 152 मरीज कोरोना से ठीक होकर घर भेजे गए। यह सभी कोरोना संक्रमण से ठीक हो गए, वही 166 मरीजों को होम आइसोलेशन से निजात मिल गई, यह सभी कोरोना मुक्त करार दिए गए,

इनकी हुई कोरोना से मौत

गुरुवार को कोरोना से चार मरीजों की जान चली गई। इनमें खुल्दाबाद के रहने वाले 68 साल के बुजर्ग को चार अगस्त को एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इनको निमोनिया हुआ था, जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इनकी गुरुवार सुबह 9.30 बजे मौत हो गई। दूसरी मौत दारागंज की 45 साल की महिला की रही। उनको पांच अगस्त को एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। निमोनिया के चलते रात दो बजे उनकी जान चली गई। तीसरी मौत 48 साल की महिला की रही। राजरूपपुर की महिला को 31 जुलाई को एडमिट कराया गया था। गुर्दे में शिकायत और डायबिटीज के चलते उन्होंने गुरुवार दोपहर 12.30 बजे अंतिम सांस ली। जबकि कीडगंज की रहने वाली 60 साल की सुधाशंकर सुबह आठ बजे मौत हो गई। वह डायबिटीज से ग्रसित थीं और 28 जुलाई को उन्हें एसआरएन में भर्ती कराया गया था।

152 गए घर, 166 को आजादी

यह भी बता दें कि गुरुवार को कुल 180 नए कोरोना संक्रमित सामने आए, जबकि 152 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अलग अलग हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अब तक डिस्चार्ज होने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या रही। वहीं 166 मरीजों ने अपना होम आइसोलेशन गुरुवार को पूरा कर लिया। अब यह सभी कोरोना मुक्त होकर सात दिन का होम क्वारंटीन कंप्लीट करेंगे। कुल मिलाकर गुरुवार को 318 मरीज कोरोना से मुक्त हो गए, सबसे ज्यादा 36 मरीज कोटवा से डिस्चार्ज किए गए हैं।

अध्यक्ष संक्रमित, थाने में हड़कंप

इस बीच गुरुवार को मुंडेरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। साथ ही शंकरगढ़ थाने के 7 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट एक दिन में पॉजिटिव आने से हड़कंप मचा रहा। थाने को बंदकर उसका सेनेटाइजेशन कराया गया। वृद्धाश्रम में भी गुरुवार को कोरोना ने दस्तक दी। यहां 74 साल के बुजुर्ग के अलावा दो महिलाओं में संक्रमण पाया गया है। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है। आश्रम में रहने वाले दूसरे बुजुर्गो की जांच कराई जा रही है। यह आश्रम नैनी में स्थित है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में तैनात 46 साल के सीआरपीएफ जवान की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

संक्रमण की दर बढ़ी है तो डिस्चार्ज होने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। लोग घबराए नहीं, कोरोना का आसानी से इलाज है। बस समय रहते अपनी जांच करा लें तो बेहतर होगा।

-डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ