प्रयागराज ब्यूरो । जिला जेल में माफिया अतीक के भाई अशरफ के बंद होने के बाद उनके गुर्गों ने जिले में डेरा डाल दिया। बरेली से लेकर प्रयागराज तक का नेटवर्क गुर्गों के जरिए अशरफ चलाने लगा। बाकायदा, बड़े पैमाने पर गुर्गों का प्रयागराज से बरेली तक आना-जाना जारी रहा। उमेशपाल हत्याकांड के बाद यह बात उजागर हुई। 11 फरवरी को जिला जेल में अतीक के बेटे असद व अजहर की आईडी पर गुर्गों की जेल में अशरफ से मुलाकात की बात सामने आर्ई। इसी के बाद बरेली पुलिस ने फतेहगंज पश्चिमी, भोजीपुरा व सीतापुर टोल प्लाटा से प्रयागराज नंबर की पांच सौ गाडिय़ों का ब्यौरा जुटाया है जिनकी एक जनवरी से 24 फरवरी के बीच बरेली में एंट्री हुई है।

सत्यापन में जुटी पुलिस
संबंधित कार नंबरों के आधार पर पुलिस एक-एक के सत्यापन में जुटी है। बरेली पुलिस की अब की जांच में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि अशरफ ने जिला जेल में रहने के दौरान स्थानीय स्तर पर पूरा गिरोह तैयार किया। स्थानीय स्तर पर उसे पूर्व मंत्री, लल्ला गद्दी व अन्य गुर्गे तैयार किये। बाकायदा, साले सद्दाम को इन गुर्गो के जरिये स्थापित किया। सद्दाम जिले की हर विवादित जमीन पर दखल देने लगा। विपक्षी यदि हावी होने की कोशिश करता तो सद्दाम अशरफ के जरिये लोगों को धमकाता। महज धमकाने भर से काम हो जाने पर बारादरी क्षेत्र का बरात घर मालिक व प्रापर्टी डीलर, प्रेमनगर क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर, तस्कर, बारादरी, किला व कैंट क्षेत्र के प्रापर्टी डीलर भी सद्दाम से जुड़ गए। अशरफ के नाम से कई काम हल कराए। पुलिस की जांच में इन बातों की पुष्टि हुई। बाकायदा, इन सभी गुर्गों ने प्रयागराज तक आना-जाना शुरू कर दिया। ऐसे में अशरफ से कौन-कौन से लोग जुड़े थे। एक जनवरी से 24 फरवरी के बीच प्रयागराज के वो कौन लोग थे जो अशरफ से मिलने पहुंचे। संबंधित गाड़ी नंबर के आधार पर पुलिस पूरे घटनाक्रम में एक-एक कड़ी जोड़ रही है। गुर्गों की कुंडली तैयार कर रही है। सामने आए नंबरों में काफी गाडिय़ां लग्जरी होने की बात सामने आर्ई है।

11 से 24 फरवरी के फुटेज
जेल मुख्यालय बीते दिन 11 से 24 फरवरी तक की जिला जेल की सीसीटीवी एसआईटी टीम को सौंप चुकी है जिसकी मंगलवार से जांच शुरू कर दी गई है। फुटेज में सबसे पहले 11 फरवरी का डाटा देखा जा रहा है जिसमे असद व अजहर की आईडी पर अशरफ के नौ गुर्गों के जिला जेल पहुंचने की बात सामने आर्ई थी। फुटेज के आधार पर सभी के चेहरों की शिनाख्त में टीम जुटेगी।

एक जनवरी से 24 फरवरी तक प्रयागराज नंबर की पांच सौ गाडिय़ां चिह्नित की गईं है जिनका बरेली में प्रवेश हुआ है। संबंधित नंबरों के आधार पर अशरफ से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एसआईटी टीम हर ङ्क्षबदु पर जांच कर रही है।
राहुल भाटी, एसपी सिटी