प्रयागराज ब्यूरो । होली के त्योहार पर जरा सी लापरवाही किस कदर भारी पड़ सकती है, इसका अंदाजा इस बार सात दर्जन से अधिक लोगों को हो चुका है। यह सभी त्योहार के दौरान एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे। इनमें से किसी को रंग से एलर्जी हो गई तो कोई एक्सीडेंट का शिकार होकर अस्पताल पहुंचा। सभी को तत्काल इलाज उपलब्ध कराकर घर भेजा दिया गया। गंभीर मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है।

शराब के नशे ने पहुंचाया अस्पताल

होली के मौके पर दो पहिया वाहन लेकर निकलने वालों को शराब के नशे ने जमकर धोखा दिया। नशे में आकर यह सभी एक्सीडेँट का शिकार हो गए। टकराकर या फिसलकर गिरने की वजह से लोगों को गंभीर चोटे आईं और इलाज के लिए इन्हें एसआरएन अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। इनको मरहम पट्टी कर घर भेज दिया गया। डॉक्टर्स ने बताया कि अधिक नशे की वजइ से हर साल होली पर काफी एक्सीडेंट होते हैं। इसमें लोगों को गहरी चोट आती है।

रंग ने बिगाड़ा त्योहार का मजा

इसी तरह मार्केट में बिकने वाले केमिकल वाले कलर ने भी त्वचा को खूब नुकसान पहुंचाया है। दर्जनों लोग रंग से होने वाली एलर्जी से परेशान होकर अस्पताल पहुंच गए। किसी को चेहरे पर जलन की शिकायत थी तो कोई खुजली और दाग से परेशान था। लोगों का कहना था कि रंग लगने के बाद उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को खबर लिखे जाने तक दो होली पर इमरजेंसी पहुंचने वालों की संख्या 85 पहुंच चुकी थी और इसमें से दो दर्जन को भर्ती भी कराया गया था।

नशे की हालत में सबसे ज्यादा

एक्सीडेंट होते हैं। लोग समझ नही पाते और खुद को नुकसान पहुंचाते हैं। इसी तरह घातक रंगों की वजह से भी आंख, कान और चेहरे को नुकसान पहुंचता है। इसकी वजह से भी लोग होली पर अस्पताल पहुंचते हैं।

डॉ। संतोष सिंह, इंचार्ज, ट्रामा सेंटर एसआरएन अस्पताल प्रयागराज