एसएसपी की सख्ती के बाद भी हालात में नहीं हुआ कोई सुधार

एएसपी और सीओ को दी गई थी निगरानी की जिम्मेदारी

ALLAHABAD: लंबित की विवेचनाओं के निस्तारण में सिटी का कर्नलगंज थाना फिसड्डी साबित हुआ है। इसके बाद धूमनगंज थाने का नंबर है। इन दोनों थानों में लगभग 1700 विवेचनाएं लंबित हैं। इससे बड़ी संख्या में वादकारियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।

जनपद में कुल 39 थाने

जिले में कुल 39 थाने हैं। इनमें 12 थाने सिटी में और अन्य 27 ग्रामीण क्षेत्रों में आते हैं। अब यदि सिटी के थानों में विवेचना की बात करें तो पुलिस आकड़ों के मुताबिक सबसे ज्याद पेडिंग मामले कर्नलगंज थाने में हैं। यहां 964 विवेचनाएं पेडिंग हैं। दूसरे नम्बर पर 735 लंबित विवेचनाओं के साथ धूमनगंज थाना है। जबकि तीसरे नम्बर पर जार्ज टाउन थाना है, जहां कुल 494 मामले में अभी लम्बित हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले थानों में सबसे अधिक पेडिंग मामले नैनी थाना में 677, दूसरे नम्बर पर हंडिया 498 व तीसरे नम्बर पर मेजा में 464 विवेचनाएं लम्बित है। इस प्रकार सिटी और ग्रामीण थानों को मिलाकर जिले में इस समय कुल 9180 मामले पेंडिंग है।

सीओ की देखरेख में विवेचना

एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने कुछ दिन पहले विवेचना पूरी कराने के लिए सीओ और एएसपी लेवल के अधिकारियों को निर्देश दिए थे। उन्हें अपने इलाके के सभी विवेचकों के संपर्क में रहते हुए विवेचना पर नजर रखनी थी। यह भी निर्देश था कि जल्द से जल्द सभी विवेचनाओं में एफआर लगवाएं या चार्जशीट दाखिल कराएं।

थाना लंबित विवेचनाएं

कर्नलगंज 964

अतरसुइया 70

सिविल लाइन 553

कैंट 403

दारागंज 75

धूमनगंज 735

जार्ज टाउन 494

करेली 161

खुल्दाबाद 102

कोतवाली 50

कीडगंज 221

महिला थाना 52

1700 से अधिक विवेचनाएं कर्नलगंज और धूमनगंज थानों में ही लटकीं

39 थाने हैं इलाहाबाद जिले में कुल

12 थाने हैं सिटी में

27 थाने ग्रामीण इलाकों में

विवेचनाओं के निस्तारण में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका सही तरह से निस्तारण हो इसे प्राथमिकता में रखा गया है। हीलाहवाली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आनंद कुलकर्णी, एसएसपी