- प्रत्यावेदन देने वाले 200 अभ्यर्थी भी परीक्षा में होंगे शामिल

- ऑफलाइन आवेदन करने पर चार का अभ्यर्थन निरस्त

उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की प्राचार्य पद की भर्ती में कुल 917 अभ्यर्थी शामिल होंगे। आयोग ने नौ अक्टूबर तक जिन 200 अभ्यर्थियों से योग्यता साबित करने के लिए प्रत्यावेदन मांगा था। उन्हें भी परीक्षा में शामिल कराने का निर्णय लिया है। इंटरव्यू से पहले सबके प्रत्यावेदन की जांच की जायेगी। खामी मिलने पर अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं, ऑफलाइन आवेदन करने वाले चार अभ्यर्थियों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। परीक्षा में सिर्फ ऑनलाइन आवेदन भेजने का निर्देश था। प्राचार्य पद की लिखित परीक्षा 29 अक्टूबर को है। आयोग ने अभ्यर्थियों का वेबसाइट में प्रवेश पत्र जारी कर दिया है।

ऑनलाइन मांगा गया था आवेदन

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अशासकीय सहायता प्राप्त डिग्री कालेजों के लिए विज्ञापन संख्या 49 के तहत प्राचार्य पद की भर्ती निकाली है। आयोग ने 290 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 मार्च से 17 अप्रैल 2019 तक लिया था। पूर्व में जारी विज्ञापन के अनुसार स्नातकोत्तर पुरुष महाविद्यालयों में 172 व महिला महाविद्यालयों में प्राचार्य के 36 पद थे, जबकि स्नातक पुरुष महाविद्यालयों में 64 व महिला महाविद्यालयों में प्राचार्य के 18 पदों के लिए आवेदन लिया गया। परंतु बाद में उच्च शिक्षा निदेशालय ने पदों को संशोधित करते हुए स्नातकोत्तर पुरुष डिग्री कॉलेजों में 134 व महिला डिग्री कॉलेजों के लिए प्राचार्य का 30 पद निर्धारित किया। वहीं, स्नातक पुरुष में 105 व महिला स्नातक डिग्री कॉलेजों में 21 पदों पर भर्ती कराने का निर्णय हुआ है।

प्राचार्य पद की परीक्षा में प्रत्यावेदन देने वाले 200 अभ्यर्थी भी लिखित परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा के बाद प्रत्यावेदनों की जांच की जाएगी। मानक के अनुरूप जिनका प्रत्यावेदन नहीं होगा उन अभ्यर्थियों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा।

वंदना त्रिपाठी, सचिव, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग