-युवक के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज

रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) की तरफ से ग्रुप डी पदों के लिए चलाई जा रही भर्ती प्रक्रिया में वेरीफिकेशन के लिए पहुंचे बिहार के एक युवक को फर्जीवाड़े में गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित को चेयरमैन ने ही पकड़ा। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उत्तर मध्य रेलवे में ग्रुप डी के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा और दौड़ में सफल युवाओं का बुधवार को सत्यापन किया जा रहा था। इसी दौरान बिहार के गांव व थाना दिगवारा जिला सारण निवासी आयुष्मान अमन पुत्र माहेश्वर सिंह के अंगूठे का निशान और फोटो मैच नहीं हुआ। आरआरसी चेयरमैन अतुल मिश्रा ने उसे रोक लिया। अन्य अभ्यर्थियों का सत्यापन जारी रखा गया।

नहीं हो सका मिलान

सबसे आखिर में फिर आयुष्मान अमन का अंगूठा, फोटो और हैंडराइटिंग मिलाई गई। मिलान न होने पर सख्ती से पूछताछ की गई। आरपीएफ को बुलाया गया। पहले तो वह खुद को आयुष्मान अमन ही बताता रहा लेकिन कड़ाई हुई तो उसने बताया कि उसका नाम मणिषेक कुमार पुत्र जय प्रकाश है और वह गांव आमी थाना दिगवारा जिला सारण का रहने वाला है। उसने आयुष्मान की जगह 2018 में ग्रुप डी की लिखित परीक्षा पास की और 2019 में हुई दौड़ में भी सफल रहा।

कर रहा था आइआइटी की तैयारी

मणिषेक की उम्र अभी 19 साल है और वह आइआइटी की तैयारी कर रहा है। अपने पड़ोस के गांव दिगवारा के आयुष्मान को भर्ती कराने के लिए उसने उसकी जगह परीक्षा दी थी।