प्रयागराज (ब्यूरो)। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने लोगों को बड़े आसान शब्दों में पोषक तत्वों का महत्व समझाया। उन्होंने चना, गुड़, चोकर सहित आटे की रोटी, चोकर का हलवा, हरी मिर्च के गुण और अमरूद के फायदे बताए। उन्होंने कहा कि महंगी खाद्य पदार्थों के पीछे न भागें बल्कि बच्चों को रोटी पराठे खाने की आदत डालें। उन्होंने सुपोषित बच्चो के अभिभावकों को बधाई देते हुए अपने आसपास भी इस जानकारी को पहुंचाने के लिए कहा। कार्यक्रम में आराध्या जो कि कुछ समय पहले कुपोषित थी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सूझबूझ एवं अभिभावक के प्रयास से बच्ची स्वस्थ्य हुई। यहां इसका जन्मदिवस भी मनाया गया।

बच्चों को किया जाएगा पुरस्कृत

उन्होंने कार्यक्रम में बताया कि आज जनपद के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ्य बालक बालिका स्पर्धा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे 4 लाख 77 हज़ार 23 बच्चो का वजन किया गया। कार्यक्रम में 3 लाख 28 हज़ार 638 बच्चो ने भाग लिया एवं जिसमे 1 लाख 45 हज़ार 446 बच्चो के माता पिता व अभिभावक सम्मलित हुए 7 जनपद में कुल 3 हज़ार 912 प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमे पूर्ण अंक करने वाले बच्चों को 2 अक्टूबर को पुरस्कृत किया जाएगा।

इन्होंने भी दी जानकारी

एसीएमओ डॉ। सिंह ने उपस्थित बच्चों तथा उनके अभिभावक को पोषण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि घर में आने वाले खाद्य पदार्थों का पूरा प्रयोग करे जैसे विभिन्न प्रकार कि दाले चावल रोटी मौसमी सब्जी फल जो आसानी से उपलब्ध हैं। चेयर पर्सन अनुरागिनी सिंह ने केंद्र पर उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को उनके कार्यों के लिए बधाई दी उन्होंने कहा कि यदि शुरुआती स्तर पर ही बच्चे के कुपोषण की पहचान हो जाये तो उसे गंभीर होने से बचाया जा सकता हैं। सीडीपीओ संजिता सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत पूरे माह अलग कार्यक्रम कर पोषण के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है।