प्रयागराज ब्यूरो । एकाउंट हैकर्स को पुलिस का खौफ नहीं है। एकाउंट हैकर्स पल भर में पैसे उड़ा दे हैं। भले ही साइबर क्राइम सेल काम कर रही है, पर उसका कोई असर हैकर्स पर नहीं है। नतीजा है कि लोग ऑनलाइन लूट जा रहे हैं। वहीं साइबर पुलिस ये कहकर अपनी पीठ थपथपा रही कि कई मामले हल कराए गए हैं लोगों को पैसे वापस मिले हैं। मोबाइल फोन पर आने वाली कई अनजान कॉल से ऑनलाइन लूट हो जा रही है। फोन करने वाला इस तरह से लोगों को कांफिडेंस में लेता है कि लोग पूछी जा रही डिटेल आसानी से बता देते हैं। और पता चलता है कि एकाउंट से पैसे गायब हो चुके हैं।

एक हफ्ते में ये हुए लूट के शिकार
सीएमओ के ड्राइवर अशोक कुमार के खाते से पचास हजार रुपये उड़ा दिए गए। फोन करने वाले ने उन्हें लोन के बारे में जानकारी दी। इसके बाद अशोक से बैंक डिटेल मांगी। अशोक का खाता बैंक ऑफ बड़ौदा और स्टेट बैंक में है। दोनों खाते से २५-२५ हजार रुपये निकल गए।
सिपाही लक्ष्मी देवी गंगानगर जोन पुलिस कार्यालय में तैनात हैं। उनके खाते से २५ हजार निकल गए।
फाफामऊ शांतिपुरम की रहने वाली हेमलता के खाते से एक लाख रुपये निकल गए।
धूमनगंज जयंतीपुर के रहने वाले अजीत के खाते से १९ हजार उड़ा दिए गए।

पुलिस का दावा सात लाख वापस कराए
अब साइबर थाना के रिकार्ड पर गौर करें तो लगेगा कि पुलिस काम तो कर रही है लेकिन एकाउंट हैकर्स को रोक नहीं पा रही है। साइबर पुलिस के मुताबिक पिछले १५ दिन में पुलिस महकमे के रिटायर दीवान भोलानाथ चौधरी को पांच लाख वापस दिलाया गया। जबकि हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश बहादुर सिंह को करीब दो लाख रुपये वापस कराए गए।
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साइबर क्राइम से संबंधित दर्ज होने वाले मामलों के खुलासे के लिए टीम तेजी से काम कर रही है। प्रयास रहता है कि जल्द से जल्द केस का खुलासा हो जाए।
राजीव तिवारी, साइबर थाना प्रभारी