प्रयागराज ब्यूरो । कंपनी मेड रिवाल्वर का नंबर खुरचकर मिटा दिया था। इसके पीछे उसकी मंशा स्पष्ट नहीं हो सकी। पकड़े जाने के बाद उसके पास से थाईलैंड की एक और नेपाल की कई करेंसी पुलिस को मिली है। गैरजनपद की लक्जरी कार से सिविल लाइंस में बेधड़क घूम रहा था। हावभाव देखकर लोगों को उसके इरादे पर शक हो गया। यह बखर पाते ही सिविल लाइंस इंस्पेक्टर मय फोर्स सक्रिय हो गए। घेरा बंदी करके उस शख्स को पुलिस दबोच ली। पूछताछ में वह अपना नाम राहुल केसरवानी पुत्र घनश्याम केसरवानी बताया। पुलिस के मुताबिक आरोपित राहुल शहर के खुल्दाबाद थाना क्षेत्र स्थित लूकरगंज का रहने वाला है। उसके पास से बरामद रिवाल्वर व विदेशी करेंसी के पीछे छिपे राज को टटोलने में पुलिस देर रात तक जुटी रही। पुलिस की मानें तो उसके ऊपर यहां अलग-अलग थानों में फ्राड करने से लेकर हत्या तक के मामले पूर्व में दर्ज हुए थे।

मुट्ठीगंज व नवाबगंज में है मुकदमा
देर रात तक पूछताछ में जुटी रही पुलिस
देर शाम तक कि चली पूछताछ में जो तथ्य सामने आए वह रहस्यों से भरे रहे। पुलिस की मानें तो राहुल के ऊपर वर्ष 2006 में शहर के मुट्ठीगंज में हत्या का केस दर्ज हुआ था। इसी तरह नवाबगंज थाने में उसके खिलाफ 420 यानी फ्राड का भी मुकदमा है। छानबीन में पुलिस को यह भी मालूम चला कि पकड़ा गया राहुल काफी शातिर किस्म का बहुधंधी किस्म का व्यक्ति है। वह ज्यादातर नेपालन और थाईलैंड जैसे देशों में घूमता रहा है। आने के बाद भी गैर जनपदों व प्रदेशों में ही रहा करा है। तलाशी के दौरान उसके पास पुलिस को कंपनी मेड रिवाल्वर मिली है। बताया यह गया कि रिवाल्वर का नंबर खुरच कर मिटाया गया है। ऐसी स्थिति में वह और रिवाल्वर दोनों ही संदिग्धता के दायरे में हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बरामद विदेशी करेंसी में थाइलैंड की एक नोट मिली है जिस पर बीस अंकित है। जबकि नेपाल की तीन नोट पर दस और एक नोट पर 50 तथा एक अन्य नेपाली नोट पर पांच लिखे होने की बात बताई गई है। रिवाल्वर के पास पांच जिंदा कारतूस और एक बलेनो कार भी पुलिस ने बरामद किया है। बताया गया कि वह बरामद कार से सिविल लाइंस में घूम रहा था। कुछ लोगों को उस पर शक हुआ और वह जानकारी पुलिस को दे दिए। खबर पाते ही सिविल लाइंस इंस्पेक्टर उप निरीक्षक अभयचंद्र चौकी प्रभारी सिविल लाइंस, चौकी प्रभारी हनुमान मंदिर दिग्विजय सिंह, कांस्टेबल, ब्रम्हजीत सिंह, संदीप यादव, सत्येंद्र विश्वकर्मा आदि के साथ घेराबंदी करके उसे दबोच लिए। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में उससे कई रहस्यों का पता चल सकता है। इस लिए गंभीरता के साथ देर रात तक पुलिस उससे सवाल जवाब करने में जुटी हुई थी।


पकड़े गए व्यक्ति के पास से बरामद रिवाल्वर का नंबर मिटाया गया है। विदेशी करेंसी भी मिली है। पूछताछ जारी है। कुछ नए राज सामने आने के आसार हैं। दो अन्य थानों में भी उसके खिलाफ केस दर्ज हैं।
बृजेश सिंह यादव, थाना प्रभारी सिविल लाइंस