मकान गिराए गए

15

बाउंड्री वॉल ढहाई गई

50

गंगा के कछार में धुंआधार हो रही है प्लाटिंग, सस्ते के चक्कर में फंस रहा पब्लिक का पैसा

बेली गांव में नगर निगम, जिला प्रशासन के साथ मिलकर एडीए ने चलाया अभियान

ALLAHABAD: बिल्डर्स को कमाना है और पब्लिक को अपने बजट में अपना घर। पब्लिक की कमजोरी का फायदा बिल्डर्स खूब उठा रहे हैं। नदी के उच्चतम बिंदु से 500 मीटर की दूरी के भीतर निर्माण प्रतिबंधित होने के बाद भी कछार एरिया में जमकर प्लाटिंग हो रही है। इसमें पैसा लगाने वाली पब्लिक लुट रही है। पांच दर्जन से अधिक ऐसे लोगों के सपनों पर शुक्रवार को एडीए, नगर निगम और प्रशासनिक टीम के अफसरों ने बुलडोजर चला दिया।

टीम को देखकर मचा हड़कंप

शुक्रवार दोपहर अचानक इलाहाबाद विकास प्राधिकरण की टीम बेली गांव स्थित गंगा के कछार वाले इलाके में पहुंच गई। टीम के साथ नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत कई थानों की फोर्स भी थी। बता दें कि एक पखवारे के भीतर टीम दूसरी बार पहुंची थी, इसके बाद भी किसी ने सबक नहीं लिया था। विरोध की आशंका पहले से थी। इसे देखते हुए पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली। इसके बाद बुलडोजर ने गरजना शुरू किया। अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने कई घंटे चली कार्रवाई के दौरान कछार में बिना नक्शा पास कराए बनाए गए 15 मकान ढहा दिए गए। इनमें से कई दो मंजिला भवन शामिल थे। इससे हड़कंप मच गया। मकानों में रहने वाले लोग सन्नाटे में आ गए। तिल-तिल करके जोड़ी गई कमाई को उजड़ते देख उनकी आंखों से आंसू तक आ गए। अधिकारियों का कहना था कि सभी निर्माण गंगा के 500 मीटर के निर्धारित दायरे में बनाए गए थे जो अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं। इसलिए कार्रवाई की गई।

प्लाटिंग के लिए बनाया गया था नाला

कार्रवाई के दौरान कछार के इलाके में 50 बाउंड्रीवाल भी ढहा दी गई। लोगों ने अवैध प्लाटिंग कर दीवार बनाकर जमीन को घेर रखा था। अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने बिना देरी किए बड़ी संख्या में बाउंड्रीवाल को जमीदोज कर दिया। इसी इलाके में एक नाले का निर्माण भी किया गया था। बताया गया कि अवैध तरीके से प्लाटिंग करने के लिए स्थानीय लोगों ने नाले का निर्माण किया था, जिसे अतिक्रमण दस्ते ने तोड़ दिया।

विरोध से अधिकारियों के छूटे पसीने

एक ओर बुलडोजर गरज रहा था तो दूसरी ओर स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्र हो रही थी। एडीए की कार्रवाई का भवन स्वामियों ने जमकर विरोध किया। उन्होंने अधिकारियों पर मनमानी कार्रवाई का आरोप लगाया। हालांकि, हंगामे को काबू करने के लिए कई थानों की फोर्स मौके पर ही मौजूद थी। एसडीएम सदर टीके शिबू, एडीए के ओएसडी पुष्कर श्रीवास्तव, नगर निगम के विधि सलाहकार एसएल यादव समेत तहसीलदार, कानूनगो आदि स्टाफ मौजूद रहा।

गंगा के कछार में अवैध तरीके से बनाए गए मकानों को ढहाया गया है। बाउंड्रीवाल और नाले के खिलाफ अतिक्रमण कार्रवाई हुई है। कछार में हुए अवैध कब्जे को नहीं बख्शा जाएगा।

पुष्कर श्रीवास्तव, ओएसडी, एडीए