-पार्किंग का इंतजाम न करने वाले कॉमर्शियल बिल्डिंग की खैर नहीं

-आवासीय भवन का हो रहा था कॉमर्शियल यूज

-कॉमर्शियल बिल्डिंग में नहीं किया गया था पार्किंग का इंतजाम

-डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त और एडीए अधिकारियों की मौजूदगी में चला जबर्दस्त अभियान

ALLAHABAD: बड़े-बड़े कॉमर्शियल बिल्डिंग बनाकर व्हीकल पार्किंग का इंतजाम न करने वाले हॉस्पिटल, शोरूम, नर्सिग होम और कॉमर्शियल बिल्डिंग के खिलाफ एडीए ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है। संडे को डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त, एडीए सचिव और सीओ व भारी फोर्स की मौजूदगी में लाला लाजपत राय रोड व कमिश्नर आवास रोड पर अभियान चलाया गया। इन इलाकों में पार्किंग की व्यवस्था न करने और मरीजों व तीमारदारों के वाहन सड़क पर खड़े होने के कारण एडीए ने चार नर्सिग होम के साथ ही हैवेल्स कंपनी के शोरूम को सील कर दिया।

पहले हटाए गए एनक्रोचमेंट

संडे को एडीए, नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में लाला लाजपत राय रोड पर वृहद अभियान चलाया गया। अभियान की शुरुआत इंक्रोचमेंट हटाने से की गई। जिस लाला लाजपत राय रोड का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया था, जिस पर साइकिल ट्रैक बनाकर एक मॉडल रूप दिया गया था। वहां अवैध पार्किंग सारी खूबसूरती बिगाड़ रही थी। सुबह करीब नौ बजे लाजपत राय रोड से एनक्रोचमेंट हटाओ अभियान की शुरुआत हुई। टै्रफिक चौराहे से राजापुर तक अभियान चलाया गया। 57 गुमटी व ठेले हटाए गए। चार कच्चे मकान ध्वस्त किए गए। वहीं एक पक्की दुकान को तोड़ा गया। पांच बाउण्ड्रीवाल ढहाए गए व गेट तोड़े गए। टीन शेड भी तोड़े गए।

पार्किंग का इंतजाम नहीं

एडीए, नगर निगम और पुलिस अधिकारियों की टीम जब लाजपत राय रोड से गुजर रही थी तो वहां सड़क पर भारी संख्या में व्हीकल खड़े हुए थे जिससे जाम की स्थिति बनी हुई थी। आनंद हॉस्पिटल के पास भी काफी एनक्रोचमेंट था। कई नर्सिग होम ऐसे मिले जहां पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई थी, जिस पर अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए नोटिस भेजने के बाद भी पार्किंग का इंतजाम न होने और कुछ नर्सिग होम आवासीय बिल्डिंग में चलते हुए पाए जाने पर एडीए की टीम ने आयुषी हॉस्पिटल, जय हॉस्पिटल, चंद्रा हॉस्पिटल को सील कर दिया। एडीए, नगर निगम और जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा। यही नहीं हैवेल्स कंपनी के शो रूम में भी पार्किंग का इंतजाम न होने पर इस शो रूम को सील कर दिया गया।

पार्किंग न होना जाम की वजह

बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, काम्प्लेक्स शोरूम, बैंक आदि कई कॉमर्शियल बिल्डिंगों में पार्किंग के लिए बेसमेंट नहीं बनवाया गया। वहीं कई बिल्डिंगों में पार्किंग के लिए बेसमेंट बना जरूर है, लेकिन उसका इस्तेमाल अन्य परपज के लिए हो रहा है। जिसकी वजह से लोग सड़क पर रोड के किनारे व्हीकल खड़ा करते हैं और फिर सिटी में जाम लगता है।

टारगेट पर 200

संडे को लाजपत राय व अन्य रोड पर स्थित चार नर्सिग होम को सील कर एडीए ने कार्रवाई की शुरुआत की है। सिटी में ऐसे एक-दो नहीं बल्कि करीब 200 से अधिक कॉमर्शियल बिल्डिंग एडीए के निशाने पर हैं जो एक तरफ जहां आवासीय भवन के लिए पास कराए गए नक्शे पर इसका कॉमर्शियल यूज कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ बिल्डिंग में व्हीकल पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है या फिर है तो पार्किंग को ब्लॉक किया गया है। इलाहाबाद विकास प्राधिकरण ने कई दिनों तक चले सर्वे के बाद जोन 1, जोन 2 और जोन-3 में सर्वे कराने के बाद 200 से अधिक कॉमर्शियल बिल्डिंग शॉपिंग काम्प्लेक्स को चिह्नित किया गया है, जो पिछले पंद्रह साल के अंदर बनाए गए हैं।

इन एरिया में भी हैं कामर्शियल बिल्डिंग

लूकरगंज, मुट्ठीगंज, चौक, शाहगंज, जानसेनगंज, लीडर रोड, सिविल लाइंस, ताशकंद रोड, एमजी रोड, नवाब यूसूफ रोड, तेलियरगंज, ममफोर्डगंज आदि एरिया।

नोटिस भेजने के बाद शुरू हुई कार्रवाई

जिन कॉमर्शियल बिल्डिंगों को चिह्नित किया गया है, उनके ऑनर को नोटिस भेजा गया है। नोटिस भेजने के बाद भी पार्किंग की व्यवस्था न होने पर अब एडीए ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

सॉल्यूशन

- बिल्डिंग सील होने से बचाना है तो जल्द से जल्द पार्किंग की व्यवस्था कर लें

- बेसमेंट है तो बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था करें

- फिर कहीं और जमीन का अरेंजमेंट करके पार्किंग का इंतजाम करें

- लेकिन कॉमर्शियल बिल्डिंग में आने वाले लोगों के व्हीकल अगर सड़क किनारे रोड पर या फिर पटरी पर पार्क न होने दें

- अगर आवासीय नक्शा पास भवन का कॉमर्शियल यूज हो रहा है तो उसे तत्काल बदल दें

- पहले कॉमर्शियल नक्शा पास कराएं, उसके बाद ही कॉमर्शियल यूज करें

- नोटिस मिलने के बाद पंद्रह दिन के अंदर उठाएं कदम नहीं तो फिर होगी कार्रवाई

- अगर पंद्रह दिन के अंदर बिल्डिंग मालिकों ने पार्किंग फैसिलिटी की व्यवस्था नहीं की तो फिर ऐसे भवनों को सील किया जाएगा।

- जिन लोगों ने कॉमर्शियल बिल्डिंग बनाकर छोड़ दिया है और पार्किंग का इंतजाम नहीं किया गया है, अब ऐसे कॉमर्शियल बिल्डिंग मालिकों के खिलाफ एडीए इसी तरह कार्रवाई करेगा। जिन्हें चिह्नित कर लिया गया है। अभी तो ये शुरुआत है। आगे भी अभियान चलाया जाएगा।

आलोक कुमार पांडेय

पीआरओ

एडीए