प्रयागराज ब्यूरो । इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस नलिन कुमार श्रीवास्तव ने अधिवक्ताओं को सलाह दी है कि वह हाई कोर्ट में बहस के समय कोर्ट को संबोधित करें न कि आपस में एक दूसरे को। गुरुवार सायं हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद के लाइब्रेरी हाल में 'युवा अधिवक्ता संवाद श्रृंखलाÓ के अंतर्गत 'अधिवक्ता न्यायालय में अपने वाद को सफलतापूर्वक कैसे प्रस्तुत करेंÓ, विषयक प्रोग्राम को चीफ गेस्ट के रूप में सम्बोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।

पत्रावली देखे बिना किसी निष्कर्ष पर न पहुंचें

न्यायमूर्ति का कहना था कि वह भी अधिवक्ता परिवार से हैं। बताया कि मेरे पिताजी 55 वर्षों तक जनपद न्यायालय में विधि व्यवसायरत रहे। मैं वर्ष 1987 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद ईश्वर की कृपा से उच्च न्यायिक सेवा में चयनित हो गया। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि फौजदारी मुकदमे की तैयारी करते समय मुकदमे की पत्रावली को देखे बगैर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे साथ ही अपने से वरिष्ठ अधिवक्ताओं के समक्ष बहुत ही सौम्य बर्ताव करें। यदि अधिवक्ता इस प्रकार से वकालत के पेशे को आगे बढ़ाएंगे तो भविष्य में वह मुकदमे का प्रस्तुतीकरण बहुत ही प्रभावी तरीके से कर सकेंगे। आयोजन एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित के श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुआ। संयुक्त सचिव (लाइब्रेरी) अजय सिंह ने संचालन किया। चीफ गेस्ट का सभी पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। संयुक्त सचिव (प्रेस) अमरेन्दु सिंह की विज्ञप्ति के अनुसार आशुतोष पांडेय, अशोक कुमार त्रिपाठी, अजय कुमार मिश्र, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, स्वर्णलता सुमन के अलावा सर्वेश कुमार दुबे, अजय सिंह, अंजना चतुर्वेदी, प्रीति द्विवेदी, सरिता सिंह, अभ्युदय त्रिपाठी, विनोद राय, अमित कुमार पांडेय, ओम प्रकाश विश्वकर्मा, अरविन्द कुमार सिंह, अरुण कुमार त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र, सुधीर कुमार केसरवानी, साइमा सहर, अनिरूद्ध ओझा, अनिल कुमार मिश्र, गुलाब सिंह यादव एवं अनिल प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे।

आइडेंटीफिकेशन सेंटर आज बंद रहेगा

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, इलाहाबाद द्वारा संचालित फोटो आइडेंटीफिकेशन सेंटर मौनी अमावस्या के उपलक्ष्य में शुक्रवार नौ फरवरी को बंद रहेगा। यह जानकारी एसोसिएशन के संयुक्त सचिव (प्रेस) अमरेन्दु सिंह ने विज्ञप्ति में दी।