PRAYAGRAJ: किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) टिकैत गुट ने शुक्रवार को मंदर मोड़ स्थित ग्लास फैक्ट्री के पास धरना-प्रदर्शन किया। प्रयागराज-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित रहा। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिलाध्यक्ष व किसानों ने एसीएम द्वितीय को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए प्रदर्शन समाप्त किया।

अध्यादेश वापस ले सरकार

गुट के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान मंदर मोड़ पर पहुंचे और सड़क पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ देर बाद यहां रास्ता जाम कर दिया गया। अनुज सिंह ने कहा कि हाल में पारित तीनों कृषि अध्यादेशों को केंद्र सरकार तत्काल वापस ले। यह अध्यादेश किसान विरोधी हैं। उन्होंने किसानों को बिजली, आंदोलन में गिरफ्तार किसानों व किसान नेताओं को तुरंत रिहा करने की मांग की। किसानों के ऊपर लगे मुकदमे वापस, देश में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अधिकार का दर्जा देने, न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर खरीद फरोख्त करने वालों, उद्योगपतियों व बिचौलियों को सजा देने की मांग की। प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा मुआवजे का भुगतान शीघ्र करने की आवाज उठाई। इस दौरान सालिकराम यादव, लल्लू पटेल, गौरव, विपिन, अजीत पांडेय, श्रीराम, राजेंद्र पटेल, राजकुमारी, सुनीता, सूरज पाल, लाल प्रताप, अखिलेंद्र सिंह, मिथुन यादव, चमेला देवी, शैल कुमारी, पूजा कुशवाहा, ओमप्रकाश, रतन साहू, आबिद, संजय यादव आदि मौजूद रहे।

वाहनों की लगी कतार

दोपहर 12:30 से एक बजे तक रास्ता जाम करने से वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने समझाया तो किसान सड़क से हट गए, लेकिन प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। अपराह्न करीब तीन बजे फिर रास्ता जाम कर दिया।