-एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में विभिन्न विषयों के चयनितों के डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन नहीं हो सका पूरा

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PRAYAGRAJ: यूपीपीएससी की ओर से आयोजित हुई शिक्षक भर्ती 2018 के अभ्यर्थियों की दिक्कत कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले लिखित परीक्षा के बाद रिजल्ट के लिए इंतजार करना पड़ा। उसके बाद अब चयन होने के बाद भी नियुक्ति के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा रहा है। प्रथम चरण में 13 विषयों में 4243 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इसमें 458 अभ्यर्थियों की फाइल आयोग में फंसी है। वजह, आयोग में सशर्त चयनित अभ्यर्थियों के जाति व निवास प्रमाणपत्र, डिग्री प्रपत्र के सत्यापन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। जबकि सत्यापन के बाद आयोग को इन चयनितों की फाइलें शिक्षा निदेशालय को भेजना है। उसके बाद ही चयनितों की काउंसलिंग कराकर उनको नियुक्ति पत्र मिल सकेगा। लेकिन, आयोग के कर्मचारियों की सुस्ती ने चयनितों को इंतजार करने पर मजबूर कर दिया है।

फाइल जल्द भेजने की मांग

यूपीपीएससी ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2018 के अन्तर्गत 15 विषयों में 10768 पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। इसके अन्तर्गत प्रथम चरण में 13 विषयों के 7481 पदों के सापेक्ष 4243 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे। जबकि दूसरे चरण में ¨हदी व सामाजिक विज्ञान का रिजल्ट जारी किया गया। ¨हदी में 1433 के सापेक्ष 1432 व सामाजिक विज्ञान में 1854 पदों के सापेक्ष 1851 अभ्यर्थी सफल हुए है। बुधवार को एलटी समर्थक मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने लोकसेवा आयोग पर प्रदर्शन किया। मोर्चा संयोजक विक्की खान का कहना है कि आयोग से चयनितों की फाइल जल्द निदेशालय भेजने की मांग की गई है। अधिकारियों ने उस दिशा में जल्द उचित निर्णय लेने का भरोसा दिया है।

¨हदी के चयनितों की दिक्कत बढ़ी

आयोग ने ¨हदी विषय में 1433 पद की भर्ती निकाली थी। विज्ञापन में इंटरमीडिएट में संस्कृत विषय लेने वाले अभ्यर्थी ही आवेदन के लिए अर्ह माने गए थे, लेकिन आयोग द्वारा चयन किए गए हिंदी विषय के अभ्यर्थियों में 300 के करीब ऐसे चयनित है, जिन्होंने इंटरमीडिएट में ¨हदी विषय नहीं लिया था। बीए में संस्कृत लेने वालों ने आवेदन किया था। ऐसे चयनितों को नियुक्ति देनी है या नहीं? अभी उस पर भी किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं हो सका है। ऐसे में इन चयनितों की नियुक्ति में भी बड़ा पेंच फंस गया है।