आज से जगह-जगह विधि विधान से शुरू होगी विघ्न विनायक की पूजा

दारागंज स्थित प्राचीन श्री बड़े गणेश जी मंदिर में होगा विशेष अनुष्ठान

<आज से जगह-जगह विधि विधान से शुरू होगी विघ्न विनायक की पूजा

दारागंज स्थित प्राचीन श्री बड़े गणेश जी मंदिर में होगा विशेष अनुष्ठान

PRAYAGRAJ: PRAYAGRAJ: भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि पर शनिवार को प्रथम पूज्य गजानन (गणेश) के पूजन का उत्सव आरंभ हो जाएगा। साल भर में पड़ने वाली चतुर्थी तिथियों में यह सबसे बड़ी मानी जाती है। गणेश चतुर्थी पर गणपति का पूजन करने से संपन्नता, समृद्धि, सौभाग्य और धन का समावेश होता है। इसी कारण 'गणपति बप्पा मोरया' के उद्घोष के बीच घरों में गणेश जी की प्रतिमा विराजमान कराई जाएगी। कोरोना संक्रमण फैला होने के कारण इस बार कहीं गणेश उत्सव का पंडाल नहीं सजेगा। दारागंज स्थित प्राचीन श्री बड़े गणेश जी के मंदिर में क्0 दिनों तक विशेष अनुष्ठान चलेगा। सुधांशु अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में दोपहर क्ख् से दो बजे तक अनुष्ठान चलेगा। रात आठ बजे भगवान की श्रृंगार आरती की जाएगी।

मुहल्लों में रहेगा सन्नाटा

गणेश चतुर्थी से शहर के अधिकतर मुहल्लों का माहौल भक्तिमय हो जाता था। हर वर्ष सिविल लाइंस, कटरा, कीडगंज, बैरहना, राजरूपपुर, करेलाबाग, नैनी, डांडी, दारागंज, रानीमंडी, बाई का बाग आदि मुहल्लों में गणेशोत्सव के लिए भव्य पंडाल सजाया जाता था। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण इस बार कहीं कोई आयोजन नहीं होगा।

एक फिट से छोटी गणेश मूíतयों ले जाने की मिली छूट

कर्नलगंज में भारद्वाज आश्रम के पास वर्कशाप से गणेश मूíत ले जाने को लेकर लगाई गई रोक में शुक्रवार को कुछ शर्तो के साथ छूट दी गई। अब एक फिट से छोटी मूर्तियां ही गणेश चतुर्थी की पूजा के लिए खरीदी जा सकती हैं। इसके लिए वर्कशाप पर दो पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। जो प्रार्थना पत्र लेने के बाद ही मूíत ले जाने की अनुमति दे रहे हैं। शुक्रवार सुबह पार्षद आनंद घिल्डियाल, कारीगर और अन्य लोगों ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से बात की तो रास्ता निकाल लिया गया। एक फिट तक की ही मूíत ले जाने की इजाजत दी गई। साफ कहा गया है कि इन मूíतयों को घर में ही स्थापित कर पूजा पाठ किया जाएगा। सार्वजनिक स्थान पर मूíतयों को स्थापित कर पूजा की गई तो सख्त कार्रवाई होगी। इसके बाद वर्कशाप खोल दिया गया। वर्कशाप से एक फिट या इससे कम की मूíत लेने वाले लोग प्रार्थना पत्र लिखकर यहां तैनात पुलिस कर्मियों को दे रहे हैं। प्रार्थना पत्र में नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ ही यह भी लिखा जा रहा है कि मूíत को घर में स्थापित कर पूजा करेंगे।

गणेश चतुर्थी हो या फिर अन्य कोई पर्व। सार्वजनिक पांडाल या भीड़ लगाकर आयोजन पर रोक है। कोरोना को देखते हुए इस बार पांडाल लगाए जाने के एक भी आदेश नहीं दिए गए हैं।

-अशोक कनौजिया, एडीएम सिटी