-पहली बार 1924 से 1936 के बीच कटरा के रामदल पर लगी थी रोक

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PRAYAGRAJ: शहर में दशहरा के अवसर पर रामदल निकालने की परंपरा कई दशक पुरानी है। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण सिटी के प्रमुख एरिया में निकलने वाले रामदल पर भी ब्रेक लगा दिया है। श्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से नवरात्रि की महाअष्टमी पर निकलने वाले ऐतिहासिक रामदल पर भी इसका असर दिखा है। कोविड 19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बार रामदल नहीं निकाले जाने का का निर्णय कमेटी की ओर से लिया गया है। इस बारे में कमेटी के महामंत्री गोपाल बाबू जयसवाल ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के कारण श्री कटरा राम लीला कमेटी प्रयागराज की भव्य श्री राम दल नहीं निकाला जा सकेगा। इसके पहले स्थिति 83 वर्षो पहले हुई थी।

अंग्रेजों ने लगाई थी 12 साल की रोक

श्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से निकाले जाने वाले रामदल पर पहली बार रोक अंग्रेजों के शासन में लगी थी। अंग्रेजों ने सन 1924 से 1936 तक सांप्रदायिक हिंसा के नाम पर 12 साल तक प्रयागराज के दशहरा व रामलीला नहीं होने दी थी। इस पर अंग्रेज सरकार को भी उस समय राम भक्तों व प्रयागराज के नागरिकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। आखिरकार अंग्रेजी सरकार ने मामूली स्तर पर राम लीला व दशहरा करने का आदेश जारी किया था। इस बार सरकार की कोरोना गाइड लाइन के कारण जन समुदाय के हित में भव्य राम कमेटी के अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता जी की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रबंध समिति ने निर्णय लिया कि जिस प्रकार महाराजा रावण की भव्य शोभायात्रा व पंचमी में श्री राम बारात नहीं निकाला गया था। उसी प्रकार दशहरा पर अष्टमी के अवसर पर होने वाले रामदल का आयोजन नहीं होगा। इस बार कमेटी के पदाधिकारियों के द्वारा मुनि भारद्वाज आश्रम में प्रतीकात्मक पूजन आरती की जाएगी।