-चारों सीबी नॉट मशीन से सैंपल कलेक्शन का कार्य शुरू

-जनपद में क्षय का संक्रमण कम करने में मिलेगी मदद

PRAYAGRAJ: क्षय रोग यानि टीबी के खात्मे के लिए गवर्नमेंट ने भारतीय डाक विभाग के साथ एग्रीमेंट किया है। इसके तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों में टीबी मरीजों का सैंपल लैब तक पहुंचाने का काम अब डाकिए करेंगे। इससे पहले यह सैंपल कूरियर से भेजे जाते थे, जिससे रोगियों की पहचान और इलाज शुरू होने में देरी होती थी। इस करार के साथ ही उत्तर प्रदेश इस नई व्यवस्था को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।

हो गई शुरुआत

प्रयागराज में भारतीय डाक विभाग के सहयोग से क्षय रोगियों की जांच के लिए सैंपल कलेक्शन की शुरुआत सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला क्षयरोग अधिकारी की उपस्थिति में शुरू की गई। सीएमओ डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेयी ने बताया कि देश से क्षयरोग को खत्म करने के पीएम नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए जिले में हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। मार्च में भारतीय डाक विभाग और राज्य क्षयरोग द्वारा करार हुआ था कि टीबी के मरीजों का सैम्पल लैब तक पहुंचाने का काम डाकिये करेंगे। जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ। एके तिवारी ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार डाक विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में लिए गए निर्णय के बाद क्षय रोगियों का सैंपल ट्रांसपोर्टेशन भारतीय डाक विभाग द्वारा आधुनिक लैब तक पहुंचाया जाएगा। जनपद में कुल 47 डिजिगनेटेड माइक्रोस्कोपी सेन्टर (डीएमसी) पर कलेक्शन प्वाइंट बनाये गये हैं।