-अपनी बात मनवाने के लिए कोई पानी की टंकी तो कोई विद्युत टॉवर पर चढ़ रहा

-नए यमुना ब्रिज के टॉवर पर भी चढ़कर दबाव बनाने की कर रहे कोशिश

PRAYAGRAJ: अफसरों से अपनी बात मनवाने के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे आजमा रहे हैं। जिले इस तरह के प्रेशर गेम के कई उदाहरण मौजूद हैं। कोई पानी की टंकी पर चढ़कर सुसाइड की धमकी दे रहा तो कुछ यमुना के नए पुल पर स्थित पोल पर। मंगलवार को तो हद ही हो गई। एक महाशय सिटी के बैरहना में बिजली के करीब 40 फीट ऊंचे हाई वोल्टेज बिजली के खंभे पर ही चढ़ गए। उतारने के लिए पुलिस पहुंची तो और ऊपर जा पहुंचे। सूचना मिली तो पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर जा पहुंचे। ऊपर से वह प्रधानमंत्री मोदी के आने पर उतरने की बात चिल्लाता रहा। हालांकि देर शाम कि तरह उसे उतार कर अफसरों ने कोरांव पुलिस को सौंप दिया।

देर शाम विद्युत टावर से उतरा

दोपहर करीब बारह बजे सिर में भगवा कलर का गमछा बांधे युवक बैरहना बांगड़ चौराहे पर जा पहुंचा। पास में स्थित एक 11 हजार बिजली के टॉवर पर वह चढ़ गया। आधे टॉवर पर उसे चढ़ा हुआ देख लोग शोर मचाने लगे। जब वह समझ गया कि लोगों ने देख लिया है तो आराम से बैठ गया। खबर मिली तो कीडगंज व कोतवाली थाने की फोर्स के साथ सीओ थर्ड व एसपी सिटी भी जा पहुंचे। पुलिस को देखते ही वह टॉवर के सबसे ऊपरी सिरे पर जा बैठा। उसकी इस हरकत को देख सभी अधिकारी परेशान हो गए। अफसर उससे नीचे उतारने का रिक्वेस्ट करते रहे और वह प्रधानमंत्री मोदी के आने की बात दोहराता रहा। दोपहर से शाम हो गई और वह टॉवर से नीचे आने को तैयार नहीं था। शाम के साथ ठंडी बढ़ी तो उसने नीचे उतरने में ही अपनी भलाई समझा। नीचे आते ही उसे पकड़ कर पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। पुलिस को वह अपना नाम सौरभ तिवारी पुत्र स्व। राधाकांत तिवारी निवासी बहादुर शाह नगर कटरा कोरांव बताया। अधिकारियों के निर्देश पर उसे कोरांव पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उसे लेकर कोरांव चली गई।

शुक्र है करंट नहीं लगा

पुलिस के मुताबिक कोरांव निवासी सौरभ का किसी बात को लेकर गांव में कुछ लोगों से विवाद हुआ था। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह चाहता है कि विपक्षियों के खिलाफ पुलिस मुकदमा लिखकर जेल भेज दे। जबकि वह तहरीर देने को तैयार नहीं है। फिलहाल पुलिस ने समझा-बुझाकर उसे सकुशल घर पहुंचाया। इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। शुक्र था कि 11 हजार बिजली के टॉवर पर चढ़े इस युवक को करंट नहीं लगा और सुरक्षित नीचे आ गया।

पहले भी हो चुके हैं कई मामले

केस-1

हाल ही में हरदोई के अधिवक्ता विजय प्रताप परिवार के साथ बेली स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। दो दिनों तक टंकी पर ही प्रशासन उन्हें खाना-पानी भेजता रहा। वह अपने भाई के अपहरण और जमीन के मामले में सीबीआई की मांग कर रहे थे। हरदोई बार के पदाधिकारी तक उन्हें नीचे उतारने में जूझ गए थे। तीसरे दिन शाम को काफी प्रयास बाद वह तब नीचे आए जब उन्हें बताया कि उनकी सारी बातें मान ली गई हैं। इसके बाद हरदोई एसडीएम व बार के पदाधिकारी उसे लेकर चले गए थे। इसके पहले वह लखनऊ में भी ऐसी हरकत कर चुके थे।

केस-2

पिछले वर्ष की बात है, माण्डा निवासी रजनीकांत यादव यमुना नदी के नए ब्रिज के टॉवर पर चढ़ गया था। टॉवर की चोटी पर बैठकर वह तिरंगा लहराता रहा। अधिकारी पहुंचे तो उसे देख सभी पसीना पसीना हो गए। वह कागज पर लिखकर अपना संदेश अफसरों को भेजता रहा। कहना था कि वे चंद्र देवता से प्रार्थना करेगा कि मिस हुआ विक्रम लैंडर मिल जाय। करीब 48 घंटे के बाद उसे टॉवर से नीचे उतारा जा सका था।

पॉपुलर होने के लिए करते हैं स्टंट

इस तरह के स्टंट करने वालों का माइंडसेट काफी शार्प माना जा रहा है।

जानकार कहते हैं कि ऐसे ज्यादातर लोग अफसरों पर दबाव बनाना चाहते हैं

ऐसे लोगों द्वारा यह सारे कार्य प्रेशर बनाने के लिए प्लान के तहत किए जाते हैं

उन्हें लगता है कि टॉवर या पानी टंकी पर चढ़कर स्टंट करने से अफसर डर जाएंगे

उनकी नाजायज बातें भी नियम कानून से हटकर मान ली जाएंगी और कार्रवाई होगी

इस तरह की हरकत करने वाले कुछ ऐसे भी लोग होते हैं कि वे पापुलर हो जाएंगे

पांच घंटे गुल रही बिजली

युवक के हाई वोल्टेज बिजली के खंभे पर चढ़ने से विभिन्न इलाकों में पांच घंटे तक बिजली गुल रही। रीवां रोड से 132 केवी ¨मटो पार्क ट्रांसमिशन के लिए होने वाली आपूíत ठप कराई गई तो रामबाग, गऊघाट, फोर्ट रोड, कल्याणी देवी, बिजली घर समेत कई उपकेंद्रों से होने वाली सप्लाई ठप हो गई। पांच घंटे से अधिक समय तक आपूíत बंद होने से लोगों के सामने पेयजल का संकट भी उत्पन्न हो गया। वहीं, कारोबार भी प्रभावित हुआ।

पांच साल से बना है पुलिस का सिरदर्द

-पांच साल पहले पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान तहसील में घुसकर सौरभ ने एक दारोगा को पीटा था। उनकी वर्दी भी फाड़ डाली थी।

-पुलिस ने गिरफ्तार कर हवालात में डाला तो सौरभ ने लोहे की छड़ पर अपना सिर पटक दिया था, जिससे जख्मी हो गया था।

-इसके बाद सौरभ को नैनी जेल भेजा गया तो वहां पेड़ पर चढ़ गया। बोला कि माफिया अतीक अहमद के कहने पर नीचे उतरुंगा। उस समय अतीक अहमद नैनी जेल में था और उसने सौरभ तिवारी से नीचे उतरने को कहा था।

-कुछ समय बाद सौरभ जमानत पर जेल से छूटा तो क्षेत्र में किसी न किसी को आए दिन पीटने लगा।

-करीब छह माह पहले उसने कोरांव में रोडवेज बस चालक को पीट दिया। चालकों ने मिलकर उसकी पिटाई की तो वह बस के आगे लेट गया था।