शराब कांड में जेल गए एक आरोपित का रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया सच

चरित्र प्रमाण पत्र पर थाने के ऑब्जेक्शन के बाद भी आवंटित हो गया ठेका

PRAYAGRAJ: शराब पीने से फूलपुर में हुई सात लोगों की मौत के मामले में छानबीन तेज हो गई है। देशी शराब के ठेकेदार श्यामबाबू जायसवाल पर शिकंजा कसने की फुल तैयारी है। ठेके की दुकान प्राप्त करने से पहले थाने से लिए गए नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट के चरित्र प्रमाण पत्र को पुलिस द्वारा नाट रिकमंडेड लिखा गया है। यह सच सामने आने के बाद आबकारी विभाग कटघरे में खड़ा हो गया है। पुलिस अब जेल भेजे जा चुके आरोपित ठेकेदार के सारे मुकदमों की डिटेल खंगाल रही रही है। उसके विरुद्ध एनएसए तक लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू है। उसकी सम्पत्तियों व इनके के जरिया की जांच के लिए पुलिस द्वारा सम्बंधित विभागों को लेटर लिखे गए हैं।

सम्पत्ति की पुलिस कराएगी जांच

फूलपुर में शराब पीने से हुई सात लोगों की के मामले में ठेकेदार व उसकी पत्‍‌नी समेत कुल सात लोग जेल भेजे गए हैं। अब पुलिस मामले में गहराई से जांच शुरू कर दी है। तफ्तीश में पाया गया कि आरोपित ठेकेदार श्यामबाबू गैंगेस्टर है। उसके खिलाफ फूलपुर थाने में दो मुकदमें दर्ज हैं। उसके द्वारा चरित्र प्रमाण पत्र के लिए किए गए आवेदन पर थाना पुलिस ने नाट रिकमंडेड की रिपोर्ट लगाई है। बावजूद इसके उसे आबकारी विभाग द्वारा शराब के ठेके का लाइसेंस दे दिया गया। अब पुलिस श्याम बाबू के सारे मुकदमों की छानबीन में जुटी है। डिटेल हाथ लगने के बाद पुलिस उसके विरुद्ध एनएसए तक की कार्रवाई करेगी। उसकी सम्पत्तियों की जांच के लिए पुलिस द्वारा कई विभागों को पत्र लिखे गए हैं। इनमें तहसील प्रशासन से लेकर डीएम व इनकम टैक्स जैसे अन्य विभाग शामिल हैं। श्याम बाबू की पत्‍‌नी के नाम चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया गया था या नहीं? इस बात की भी छानबीन की जा रही है।

शराब मामले की जांच की जा रही है। आरोपित श्याम बाबू व उसकी पत्‍‌नी की सम्पत्तियों की जांच के लिए सम्बंधित विभागों को पत्र लिखा गया है। श्याम बाबू पर मुकदमे हैं, उसके विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। उसके चरित्र प्रमाण पत्र पर थाने से नाट रिकमंडेड की रिपोर्ट लगाई है।

धवल जायसवाल

एसपी गंगापार