फिलहाल का इंतजाम

कोटवा एट बनी सीचएसी, एल वन : 70 बेड

बेली एल टू: 200 बेड

एसआरएन, एल थ्री: 209 बेड

शुरू होने जा रहा

रेलवे हॉस्पिटल: 100 बेड

भविष्य का इंतजाम

यूनानी हॉस्पिटल हिम्मतगंज: 100 बेड

होमियोपैथी हॉस्पिटल, फाफामऊ: 50 बेड

-कोटवा में मरीजों की संख्या बढ़ने पर जिला प्रशासन ने लिया निर्णय

-स्वास्थ्य विभाग का मैसेज मिलने के बाद शुरू हो गई तैयारियां

PRAYAGRAJ: जिले में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने रेलवे कोविड केयर सेंटर शुरू करने की परमिशन दे दी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रेलवे प्रशासन को हॉस्पिटल तैयार करने को कहा है। उम्मीद है कि अगले दो दिन के भीतर यहां कोरोना के मरीज भर्ती होना शुरू हो जाएंगे। रेलवे हॉस्पिटल के अधिकारियों का कहना है कि कोविड मरीजों के इलाज के लिए उनका स्टाफ रेडी है।

कोटवा में नहीं है जगह

कोटवा का एल वन हॉस्पिटल 70 बेड का है। रविवार को यहां पर मरीजों की संख्या 50 से ऊपर पहुंच चुकी थी। जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं, उससे कभी भी यहां हाउसफुल हो सकता है। ऐसे में प्रशासन को पहले से तैयारी करके रखनी होगी। यही कारण है कि दो दिन के भीतर रेलवे हॉस्पिटल को शुरू किया जा रहा है। सौ बेड के इस हॉस्पिटल में बिना लक्षण या माइल्ड सिम्प्टम्स के मरीज भर्ती किए जाएंगे।

दोनों जगह के रहेंगे स्टाफ

रेलवे हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि मरीजों का इलाज करने में रेलवे और स्वास्थ्य विभाग दोनों जगह के स्टाफ शामिल होंगे। हमारे स्टाफ को कोविड इलाज की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। अगर मरीज सीरियस हुआ या उसे एक्स्ट्रा इलाज की जरूरत होगी तो उसे एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया जाएगा। नॉर्मल मरीजों को पूर्ण इलाज उपलब्ध होगा।

भविष्य में भी हैं तैयारियां

अगर कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक नही लगा तो प्रशासन को दूसरे ऑप्शन भी तैयार रखने होंगे। इनमें हिम्मतगंज का यूनानी हॉस्पिटल 100 बेड और फाफामऊ का होमियोपैथी हॉस्पिटल, 50 बेड शामिल है। अधिकारियों का कहना है कि मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। लेकिन कोशिश यह भी है कि कोरोना की रफ्तार को किसी प्रकार कम किया जा सके।

स्वास्थ्य विभाग से पत्र आया था, जिसके आधार पर सोमवार या मंगलवार से हॉस्पिटल में कोरोना पेशेंट भर्ती कर उनका इलाज किया जाना है। हमारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। मरीजों के आते ही उनकी केयर शुरू हो जाएगी। यह हॉस्पिटल एल वन की तर्ज पर काम करेगा।

-डॉ। विनीत अग्रवाल, एमडी, रेलवे हॉस्पिटल