-सात जून को करंट लगने से बेटे की मौत के बाद जान देने की कोशिश की थी

-प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज, लेकिन नहीं बच सकी जान

PRAYAGRAJ: सात जून से जिंदगी की जंग लड़ रहा संजीव बरौलिया (40) शुक्रवार को हार गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कमरे में मृत पड़े बेटे की बॉडी देखने के बाद उसने फांसी लगा ली थी। घटना सात जून की है। गंभीर हालत में परिजनों ने उसे इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया था, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। पहले बेटा फिर पिता की मौत से परिवार में मातम छा गया। जॉर्जटाउन पुलिस ने बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।

अल्लापुर सर्वोदय नगर का निवासी

अल्लापुर के सर्वोदय नगर निवासी संजीव सात जून को कमरे में बच्चों संग लेटा था। कूलर में उतर रहे करंट की चपेट में आने से बेटे समर (7) की मौत हो गई। फर्श पर पड़ी बेटे की बॉडी देख संजीव ने भी फांसी लगा ली। हालांकि जान जाने से पहले परिजन पहुंच गए और उसे फंदे से नीचे उतारा गया। संजीव को इलाज के लिए भेजने के बाद जार्जटाउन पुलिस ने बच्चे की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था। इसके बाद परिजन हॉस्पिटल पर हॉस्पिटल बदलते रहे। लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। संजीव के पिता रामजी बरौलिया के मुताबिक इलाज पर करीब पांच लाख रुपए खर्च हो गए। लेकिन इसके बावजूद संजीव की जान नहीं बचाई जा सकी।

कई दिन पूर्व उसने फांसी लगाई थी। हालत गंभीर थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। सात जून को उसके बेटे की भी मौत हो गई थी।

-पवन कुमार त्रिवेदी, थाना प्रभारी जार्जटाउन