-यूनिवर्सिटी में कॉम्पटीटिव एग्जाम से जुड़े टॉप कॉम्बिनेशन की सीटें हुई फुल
-ज्योग्राफी, पॅालिटिकल साइंस, एन्सिएंट हिस्ट्री और इकोनॉमिक्स स्टूडेंट्स की पहली पसंद
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PRAYAGRAJ: कभी आईएएस फैक्ट्री की पहचान रखने वाली इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इन दिनों एडमिशन का दौर जारी है। दाखिले के दौरान जो खास बात देखने में आ रही है, वो है सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन। इस बार एडमिशन में वो सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन सबसे ज्यादा हिट रहे हैं, जिन सब्जेक्ट्स के सक्सेस का स्ट्राइक रेट सिविल सर्विसेज में अधिक है। यही वजह है कि दाखिला लेते समय स्टूडेंट्स इन विषयों को खास तवज्जो दे रहे हैं।
जानकार देते हैं सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन को इंपॉर्टेस
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सही सब्जेक्ट कांबिनेशन फ्यूचर में स्टूडेंट की सक्सेस में बड़ी भूमिका निभाते हैं। ऐसे में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में चल रहे एडमिशन में भी यह ट्रेंड खूब देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि सिविल सर्विसेज में मोस्ट सक्सेसफुल टॉप 10 सब्जेक्ट्स के कॉम्बिनेशन की सीटें लगभग फुल हो चुकी हैं। सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन कितना इंपॉर्टेट होता है इस बारे में जानने के लिए दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने बात की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र व असम में मैनेजिंग डायरेक्टर असम ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन व मिशन डायरेक्टर असम स्किल डेवलेपमेंट मिशन आईएएस अधिकारी आनंद प्रकाश तिवारी से
-उन्होंने बताया कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद सिविल सेवा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स विषयों के कॉम्बिनेशन के चयन में बेहद सावधानी बरतते हैं।
-हालांकि, छात्रों को ¨हदी भाषा पर भी अपनी पकड़ मजबूत करने की जरूरत है।
-कहा कि एडमिशन से पूर्व स्टूडेंट्स की खास काउंसिलिंग हो ताकि वह यह जान सकें कि कौन से कॉम्बिनेशन उनके फ्यूचर के लिए सही होंगे।
प्रतियोगियों ने बताया इसलिए है हिट
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मोस्ट डिमांडेड सब्जेक्ट कांबिनेशन के बारे में दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने पीसीएस 2020 प्री क्वालीफाई करने वाले अभ्यर्थियों से बातचीत की। इस दौरान पीसीएस 2020 प्री क्वालीफाई करने वाले श्रीकांत ने बताया कि वर्तमान में हिस्ट्री, भूगोल, इकोनॉमिक्स, पॉलिटिकल साइंस जैसे सब्जेक्ट से सबसे अधिक सवाल पीसीएस प्री में पूछे जाते हैं। इसके अलावा इस बार भी इनवायरमेंट सब्जेक्ट से जुड़े भी प्रश्न पूछे गए थे। यह ट्रेंड लगातार चल रहा है। यही वजह है कि ये सब्जेक्ट कांबिनेशन ग्रेजुएशन में लोगों की पहली पसंद बन गए है। हालांकि यूजी में इनवायरमेंट से जुड़े सब्जेक्ट का कांम्बिनेशन नहीं मिलता है। इसका ऑप्शन सिर्फ पीजी में मिलता है। ऐसे में इन सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट्स ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं।
इसलिए डिमांड में है कांबिनेशन
-हिस्ट्री, भूगोल, इकोनॉमिक्स और पॉलिटिकल साइंस का मेजर पार्ट पीसीएस प्री में मिलता है
-इन सब्जेक्ट का एक साथ होना संभव नहीं होता है।
-ऐसे में स्टूडेंट्स ने इन सब्जेक्ट के साथ होने वाले कांबिनेशन पर ज्यादा फोकस करते हैं।
-एन्वायरमेंट से जुड़े सब्जेक्ट पीजी में मिलते हैं।
-मेंस में भी इन्हीं प्रमुख सब्जेक्ट में से किसी एक को एडॉप्ट किया जा सकता है
-पीसीएस में पिछले कुछ सालों में प्री में इन्हीं प्रमुख सब्जेक्ट से सबसे अधिक प्रश्न पूछे गए हैं।
-अधिक प्रश्नों के कारण ही सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले प्रतियोगियों के ये पहली पसंद बना हुआ है।
इस साल एयू में टॉप-10 सब्जेक्ट कांबिनेशन
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन कुल सीटें
अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, प्राचीन इतिहास 93
राजनीति विज्ञान, भूगोल, प्राचीन इतिहास 64
राजनीति विज्ञान, भूगोल, मानव विज्ञान 18
गणित, प्राचीन इतिहास, राजनीति विज्ञान 18
गणित, रक्षा अध्ययन, भूगोल 08
मध्यकालीन इतिहास, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी भाषा 18
भूगोल, रक्षा अध्ययन, अंग्रेजी भाषा 12
भूगोल, मनोविज्ञान, अंग्रेजी साहित्य 18
आधुनिक इतिहास, शिक्षाशास्त्र, राजनीति विज्ञान 47
अंग्रेजी भाषा, प्राचीन इतिहास, राजनीति विज्ञान 52
(नोट : इन कॉम्बिनेशन में वर्तमान में सभी सीटें फुल हो चुकी हैं.)
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कुल 96 कॉम्बिनेशन हैं। इनमें से 10 में सीटें फुल हो चुकी हैं।
डॉ। शैलेन्द्र राय
सदस्य, प्रवेश प्रकोष्ठ, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के लिए भी व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे वह अपने करियर के हिसाब से विषय कांम्बिनेशन चुन सके।
-आनंद प्रकाश तिवारी, आईएसए
एमडी, असम ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन एंड मिशन डायरेक्टर असम स्किल डेवलपमेंट मिशन
पीसीएस 2020 में इन्हीं सब्जेक्ट से सबसे अधिक सवाल पूछे गए थे। ये ट्रेंड काफी समय से चल रहा है। यही वजह है कि इनका काम्बिनेशन स्टूडेंट्स की पसंद बन गया है
-सुभाष यादव, प्रतियोगी छात्र
पीसीएस 2020 की बात करें तो इन प्रमुख सब्जेक्ट का सबसे मेजर र्पोशन क्वेश्चन पेपर में दिखा। इसके अलावा करेंट अफेयर से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
-श्रीकांत, प्रतियोगी छात्र