-यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में प्रस्ताव को मिली हरी झंडी

-मंगलवार को एनुअल एग्जाम व सेमेस्टर एग्जाम का जारी होगा विस्तृत कार्यक्रम

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी इस बार ऑनलाइन मोड में फाइनल इयर/सेमेस्टर एग्जाम कराने जा रही है। सोमवार को परीक्षा कराने पर निर्णय लेने के लिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग हुई। यहां फाइनल इयर, सेमेस्टर और प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों के एग्जाम्स ऑनलाइन मोड में कराए जाने के प्रस्ताव पर एकेडमिक काउंसिल में सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई। परीक्षा का पूरा कार्यक्रम और प्रमोट करने वाले फॉर्मूले की डिटेल यूनिवर्सिटी की ओर से मंगलवार को जारी की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निर्णय

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रो। रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। सोमवार को कुलपति प्रो। आरआर तिवारी की अध्यक्षता में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में ऑनलाइन परीक्षा कराने की मुहर लग गई है। इससे छात्र अब घर बैठे आसानी से ऑनलाइन परीक्षा दे सकेंगे। मंगलवार को परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा। आसार जताए जा रहे हैं कि सितंबर के दूसरे सप्ताह से स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। स्नातक अंतिम वर्ष और परास्नातक एवं विधि पाठ्यक्रम के तकरीबन 28 हजार परीक्षार्थी ऑनलाइन परीक्षा में शामिल होंगे। बैठक में परीक्षा नियंत्रक के अलावा रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ल, सभी संकायों के डीन और सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।

मिलेगा चार घंटे का समय

-एग्जाम कंट्रोलर प्रो। रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स को इस बार परीक्षा में किन्हीं चार सवालों के जवाब देने होंगे।

-इसके लिए छात्रों को अधिकतम चार घंटे का समय मिलेगा।

-चार घंटे में पेपर डाउनलोड से लेकर उत्तर पुस्तिका को स्कैन करके अपलोड़ करना शामिल रहेगा।

-प्रो। सिंह ने बताया कि परीक्षा के समय क्वेश्चन पेपर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

-संबंधित स्टूडेंट्स क्वेश्चन पेपर को डाउनलोड करके प्रिंट लेगा।

-इसके बाद किन्हीं चार प्रश्नों को उत्तर पुस्तिका में हल कर लेगा।

-उत्तर पुस्तिका को स्कैन कर परीक्षा नियंत्रक के मेल पर भेज देगा।

प्रैक्टिकल एग्जाम भी ऑनलाइन

प्रैक्टिकल एग्जाम भी ऑनलाइन मोड में कराने की तैयारी है। प्रैक्टिकल एग्जाम ऑनलाइन मोड में वाइवा के आधार पर होगा। अगर कोई स्टूडेंट किसी पेपर में फेल होता है तो वह इम्प्रूवमेंट परीक्षा भी दे सकेगा। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना संक्रमण के कारण यह राहत केवल सत्र 2019-20 के लिए ही लागू की गई है।