चीफ प्रॉक्टर को भेजी नोटिस, कहा जवाब दें अन्यथा दर्ज करेंगे रिपोर्ट

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के निलंबित उपाध्यक्ष अदील हमजा साहिल ने चीफ प्रॉक्टर की नोटिस के बाद मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बाकायदा एक प्रेस वार्ता का आयोजन करके प्रॉक्टर की 31 मई और 14 जून की नोटिस को आधारहीन, काल्पनिक, भेदभावपूर्ण एवं अवैधानिक बताया है। चीफ प्रॉक्टर की नोटिस के जवाब में उपाध्यक्ष ने भी उन्हें एक नोटिस भेजी है। जिसका जवाब 48 से 72 घंटे के भीतर न देने पर आईपीसी की धारा के तहत आपराधिक वाद पंजीकृत करने की चेतावनी दी है।

सीएम के विरोध को बताया था गलत

गौरतलब है कि इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दूबे की ओर से 14 जून को जारी नोटिस में छात्रसंघ उपाध्यक्ष की इंट्री कैम्पस में बैन कर दी गई है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने कैम्पस में सीएम योगी आदित्यनाथ की शवयात्रा निकाली और पुतला दहन किया। नोटिस में कहा गया है कि सीएम पवित्र मंदिर के धर्माचार्य हैं। उनका इस प्रकार पुतला दहन का कृत्य असंवैधानिक, अधार्मिक, अनाध्यात्मिक और विवि की अनुशासन संहिता का उल्लंघन है। थर्सडे को आयोजित पत्रकार वार्ता में अदील हमजा साहिल ने इसे धार्मिक भावना भड़काने, सामाजिक समरसता को भंग करने तथा पद का दुरूपयोग किये जाने की बात कही। वार्ता में छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा, समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता, विकास तिवारी, अरविन्द सरोज, नीरज प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

सीएम का पद एक संवैधानिक पद है। वह सबके नेता हैं। सीएम का एक ही धर्म है राजधर्म। हमारा संविधान हमें विरोध करने की आजादी देता है। लेकिन सीएम से मुझे जोड़ते हुये जिस तरह से टार्गेट करने की कोशिश की गई। वह एक शैक्षिक संस्था को शोभा नहीं देता।

अदील हमजा साहिल, उपाध्यक्ष छात्रसंघ