-जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन देने को तैयार है इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

PRAYAGRAJ: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने भी कोरोना से संघर्ष में मदद की पेशकश की है। यूनिवर्सिटी का जंतु विज्ञान डिपार्टमेंट मेडिकल कॉलेज को कोरोना वायरस जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन कुछ दिनों के लिए देने को तैयार है। एचओडी प्रो। आरएस पांडेय ने बताया कि विभाग की ओर से यह मशीन 2014 यूजीसी के प्रोजेक्ट डिपार्टमेंटल रिसर्च सपोर्ट यानी डीआरएस के अन्तर्गत खरीदी गई थी। उस समय दो मशीनों की कीमत कुल 23 लाख रुपए थी। इसे मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज मांगता है तो उपलब्ध करा दिया जायेगा।

छह घंटे में 48 की जांच में सक्षम

यह मशीन आरटीपीसीआर यानी रियल टाइम पॉलिमरेज चेन रिएक्शन है।

अमेरिकी कंपनी बायो रैड की ओर से इसे मंगाया गया था।

-यह मशीन छह घंटे में 48 मरीजों की जांच कर सकती है।

मशीन पर रिसर्च स्कॉलर्स ने काम भी किया है।

-प्रो। पांडेय ने बताया कि लास्ट ईयर तक उनके रिसर्च स्कॉलर डॉ। ऋषिकेश तिवारी मशीन की देखभाल की जिम्मेदारी उठा रहे थे।

रिसर्च पूरा होने के बाद वह भी यूनिवर्सिटी से चले गए।

प्रो। आरएस पाण्डेय ने बताया कि मशीन में जिस केमिकल का यूज होता है, वह काफी महंगा है।

इससे यूनिवर्सिटी में जांच संभव नहीं है।

इसके लिए माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की जरूरत पड़ेगी