पहली बार के रिजल्ट में 5393 को घोषित किया गया था सफल

विशिष्ट अर्हता के दो पदों में बड़ा उलटफेर, नया रिजल्ट वेबसाइट पर

PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को पीसीएस 2020 प्री परीक्षा का रिजल्ट संशोधित कर दिया। नए रिजल्ट में कुल 5535 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। संशोधन के चलतेतीन दिन पहले घोषित रिजल्ट में सफल होने वाले 1131 अभ्यर्थी बाहर कर दिए गए हैं। उनके स्थान पर नए कैंडीडेट्स को मौका मिला है। ओवरआल रिजल्ट में सफल होने वालों की कुल संख्या में 142 की बढ़ोतरी हुई है।

21 नवंबर को घोषित किया था रिजल्ट

बता दें कि आयोग ने 21 नवंबर को प्री का रिजल्ट घोषित किया था। तब कुल 5393 सफल हुए थे। मंगलवार को रिजल्ट में संशोधन के बाद सफल होने वालों की संख्या बढ़कर 5535 हो गई है। यह उलटफेर दो विशिष्ट अर्हता वाले पदों को लेकर हुआ है। टेक्निकल फाल्ट से इसमें ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हो गया था, जो संबंधित पद की अर्हता ही नहीं रखते थे। आयोग ने संशोधित रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर प्रतियोगियों ने रिजल्ट के दूसरे ही दिन सवाल उठाया था कि जिन अभ्यर्थियों का एकाउंट से लेना-देना नहीं उनका और सीडीपीओ पद पर समाजशास्त्र न लेने वालों का भी चयन हुआ है। इन शिकायतों को आयोग ने गंभीरता से लिया।

श्रम प्रवर्तन अधिकारी

आयोग ने 21 नवंबर को इस पद के सापेक्ष 234 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया था। उनमें से 139 अभ्यर्थी ऐसे थे जिनके पास पद की अर्हता नहीं थी। साथ ही पांच अभ्यर्थी ऐसे भी बाहर हुए हैं, जो अर्ह थे लेकिन, अब कटआफ बढ़ने से मेंस के लिए योग्य नहीं है। यानी 90 पहले से अर्ह और 148 नए अभ्यर्थियों सहित कुल 238 को सफल घोषित किया गया है।

बाल विकास परियोजना अधिकारी

इस पद के सापेक्ष 21 नवंबर को 1015 अभ्यर्थी सफल हुए थे। उनमें से 987 ऐसे थे जो पद के लिए अर्हता नहीं रखते। साथ ही 20 ऐसे अभ्यर्थी भी बाहर हुए हैं जो अर्ह थे लेकिन, कटआफ बढ़ने से अब मेंस के लिए योग्य नहीं है। इस पद के लिए अब 1361 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया है। जिनमें अधिकांश नए हैं।

पीसीएस परीक्षा के विज्ञापन में श्रम प्रवर्तन अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी के अंकित पद क्रमांक व आनलाइन आवेदन प्रक्रिया में प्रदर्शित पद क्रमांक में भिन्नता होने के कारण दोनों पदों की निर्धारित अनिवार्य शैक्षिक अर्हता रखने वालों व उन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के सही डेटा तकनीकी त्रुटि से उपयोग में नहीं लाए जा सके। आयोग ने दोनों पदों का 21 नवंबर को जारी परिणाम निरस्त करके संशोधित रिजल्ट जारी किया है। बाकी परीक्षा परिणाम यथावत है।

जगदीश

सचिव, यूपीपीएससी