-दादा ने किया था चार साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म

PRAYAGRAJ: बचा रहे बचपन सिरीज का आज 12वां दिन है। हर दिन हम आपको एक घटना के बारे में बताते हैं, जिसमें विक्टिम के किसी अपने ने उसे जस्टिस दिलाया। लेकिन आज जिस घटना के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, वहां खून का रिश्ता शर्मसार हुआ था। दादा और पोती का रिश्ता बहुत ही दुलार और प्यार भरा होता है। लेकिन एक चार साल की मासूम अपने ही दादा की खराब नीयत का शिकार बन जाती है तो खून खौल जाना लाजिमी है। अल कौसर सोसायटी की नाजिया नफीस बता रही हैं एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला वाकया

फिर कभी न सुनने को मिले ऐसी घटना

हर रोज अलग-अलग तरह की घटनाओं से रूबरू होने का मौका मिलता है। लेकिन 28 अक्टूबर 2018 को जो घटना सुनने को मिली वैसी घटना किसी के साथ न हो। एक फूल सी बच्ची। उम्र सिर्फ चार साल। मां-बाप पड़ोस में कथा सुनने गए थे। चार साल की बच्ची घर पर दादा के भरोसे थी। लेकिन दादा ऐसा पापी निकलेगा किसने सोचा था? अपने ही बेटे के अंश के साथ ऐसा गलत काम करते हुए उसका कलेजा तक नहीं कांपा? मां-बाप रात में कथा सुनकर लौटे तो बेटी घर पर नहीं थी। उसकी तलाश शुरू हुई। थोड़ी देर के बाद दादा बच्ची को लेकर लौटा। बच्ची खून से लथपथ थी। रोती हुई बस मां-मां बोल पा रही थी। बच्ची की हालत देख मां-बाप को तो जैसे लकवा मार गया हो।

भाग निकला बुजुर्ग

मां ने बच्ची को देखा तो उसे अंदाजा लगाते देर नहीं हुई कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। तत्काल उसने अपने ससुर से पूछना शुरू किया? तभी उसकी निगाह उस बुजुर्ग के कपड़ों पर गई। उसके कपड़ों पर भी खून के धब्बे थे। शक आशंका में बदलने लगा। जब घरवालों ने कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो वह बगलें झांकने लगा। थोड़ी देर बाद वह वहां से भाग निकला। बच्ची के पिता ने उसका पीछा किया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही एसपी यमुनापार सहित थानाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। परिजनों से पूछताछ की गई। बच्ची के पिता ने अपने पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पिता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ पॉस्को एक्ट में एफआईआर दर्जकर जेल भेज दिया गया। उधर बच्ची की हालत बिगड़ती जा रही थी। ब्लीडिंग काफी ज्यादा हो चुकी थी। बच्ची बेहोश थी। मां उसे लेकर तत्काल हॉस्पिटल भागी। पुलिस सुरक्षा में बच्ची को स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

(घटना के बारे में अल कौसर सोसायटी की नाजिया नफीस ने जानकारी दी है। पहचान छुपाने के लिए नाम व अन्य तथ्य हटा दिए गए हैं.)