प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कार्रवाई से पूर्व पुलिस के एक्शन की खबरें अतीक फेमिली व उसके गुर्गों तक अब भी पहुंच जा रही हैं। अतीक से वित्तपोषित पुलिस विभाग के कुछ लोग उसके लोगों को विभाग की पूरी खुफिया खबर दे रहे हैं। यही कारण है कि पुलिस की हर चालक का काट अतीक फेमिली पहले से ही खोज ले रही है। पुलिस की नाकामी की सबसे बड़ी वजह लोग विभाग के इन्हीं 'वफादारोंÓ को मान रहे हैं। लखनऊ पुलिस मुख्यालय से जुड़े एक सूत्र की मानें तो अब महकमें में छिपे माफिया अतीक के 'वफादारÓ को भी सर्च किया जा रहा है। यह कार्य बेहद गोपनीय तरीके से चल रहा है। जिस भी जवान का अतीक या उसके गुर्गों अथवा फेमिली से कनेक्शन मिला उसकी नौकरी का जाना तय माना जा रहा है।

लखनऊ स्तर से सर्च किए जा रहे गद्दार
उमेश पाल व उसके दो जवानों की हत्या के बाद कमिश्नरेट प्रयागराज की पुलिस का इकबाल दांव पर लग गया है। अपना इकबाल बचाने की जुगत में पुलिस एक्शन मोड में आ गई। आरोपित माफिया अतीक की पत्नी बेटों संग जिस मकान में किराएदार थीं उसे गिरा दिया जायेगा? इसका अनुमान इस परिवार ने कैसे लगा लिया। सूत्र बताते हैं कि मकान ढहाने को छोड़ दिया जाय तो यहां से ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिससे जांच में मदद मिले। आशंका जताई जा रही है कि कार्रवाई का प्लान लीक हो गया था, इसके चलते अतीक की फैमिली ने या तो खुद सबकुछ वहां से हटा दिया फिर प्लान पता चल गया तो किसी से बोलकर हटवा दिया। बता दें कि अतीक की पत्नी के अलावा मकान पर जेसीबी चलाने से पूर्व सारा सामान बाहर निकाला गया। उस मकान से बाहर निकाले गए सामानों में चंद फर्नीचर व कुछ कपड़े एवं डायरी व कागजात आदि के सिवाय कुछ भी नहीं था। माना जा रहा है कि माफिया अतीक की पत्नी व उसके गुर्गों को इस कार्रवाई की खबर पीडीए व पुलिस विभाग में छिपे उसके वफादारों ने ही दी होगी।

लीक हो रहा पुलिस का प्लान!
उमेश पाल मर्डर केस में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी में पुलिस के फ्लाप होने की एक बड़ी वजह भी यही विभागीय भेदिए ही हैं। अतीक द्वारा वित्तपोषित महकमें के ये वफादार पुलिस की हर चालक के बारे में खूंखार हो चुके माफिया व उसकी फेमिली को बता रहे हैं। क्राइम एक्सपर्ट मानते हैं कि यही कारण है कि बंद कमरे में पुलिस के अफसरों द्वारा बनाए जाने वाले प्लान की खबर अतीक फेमिली व उसके गुर्गों तक पहुंच जा रही है। जिले स्तर पर विभाग में छिपे इन वफादारों को अधिकारी नहीं खोज पा रहे हैं। हालांकि इस बात की आशंका को देखते हुए लखनऊ मुख्यालय स्तर से अधिकारी अलर्ट बताए जा रहे हैं। लखनऊ पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्र कहते हैं कि कार्रवाई से पूर्व खबर लीक करने वाले विभागीय गद्दारों की तलाश गोपनीय तरीके से शुरू हो गई है। जिस भी किसी की जवान की भूमिका संदिग्ध मिली उसपर कार्रवाई की गाज का गिरना करीब तय है। हालांकि इस सम्बंध में भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।